इजोल: मिजोरम विधानसभा चुनाव में कुल 174 उम्मीदवारों में से 112 उम्मीदवार करोड़पति हैं। यह आंकड़ा चुनाव आयोग में दाखिल उम्मीदवारों के एफिडेविट के आधार पर सामने आया है। कुल 112 करोड़पति उम्मीदवारों में से आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्य इकाई के अध्यक्ष एंड्रयू ललरेमकिमा पाचुआउ करीब 69 करोड़ रुपए की घोषित संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। वहीं 64.4 फीसदी उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है। एंड्रयू 68.93 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ सबसे अमीर हैं। वह आइजोल उत्तर-तृतीय निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
आर वनललत्लुआंगा दूसरे नंबर पर
संपत्ति के मामले में कांग्रेस के आर वनललत्लुआंगा (सेरछिप सीट) दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 55.6 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है। जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के एच गिन्जालाला (चम्फाई नॉर्थ) 36.9 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ तीसरे नंबर पर हैं। एफिडेविट के मुताबिक उनकी आय का स्रोत कारोबार है।
रामह्लुन-एडेना के पास सबसे कम संपत्ति
सेरछिप सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रामह्लुन-एडेना के पास सबसे कम संपत्ति है। उनके पास 1,500 रुपये की चल संपत्ति है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किए गए अपने एफिडेविट में, लौंगतलाई पश्चिम से बीजेपी उम्मीदवार जे बी रुआलछिंगा ने गलती से अपनी संपत्ति 90.32 करोड़ रुपये घोषित कर दी है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसमें सुधार करने का अनुरोध किया है।
2018 में ललरिनेंगा सेलो के पास थी सबसे ज्यादा संपत्ति
इससे पहले, 2018 के विधानसभा चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के उम्मीदवार ललरिनेंगा सेलो (हाचेक) 100 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवार थे। इसके बाद एमएनएफ के रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे (आइजोल पूर्व-द्वितीय) 44 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर थे। इस बार सेलो की संपत्ति घटकर 26.24 करोड़ रुपये और रॉयटे की 32.24 करोड़ रुपये रह गई है।
कांग्रेस की मरियम एल.ह्रांगचल सबसे अमीर
चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहीं 16 महिला उम्मीदवारों में से कांग्रेस उम्मीदवार मरियम एल.ह्रांगचल (लुंगलेई दक्षिण) 18.63 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर हैं। एमएनएफ अध्यक्ष और मुख्यमंत्री जोरमथांगा पांच करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ पांच प्रतिस्पर्धी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों में सबसे अमीर हैं। जेडपीएम के तीन और एमएनएफ एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से एक-एक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं, जबकि 2018 के चुनावों में जोरमथांगा और पूर्व मुख्यमंत्री ललथनहवला सहित नौ उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित थे। तुइचांग सीट से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे उपमुख्यमंत्री तावंलुइया सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार हैं। वह 80 वर्ष के हैं, जबकि महिला उम्मीदवार ललरुआतफेली ह्लावंडो और बीजेपी उम्मीदवार एफ वनमिंगथांगा सबसे कम उम्र के उम्मीदवार हैं। उनकी उम्र 31 वर्ष है। (इनपुट-भाषा)