आइजोल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी भारत की विविधता को नष्ट करना चाहती है, जबकि कांग्रेस इसकी रक्षा करना चाहती है। रमेश ने दावा किया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में संस्कृतियों, भाषाओं और जीवन के तरीकों की विविधता को भारतीय जनता पार्टी के शासन के तहत खतरे का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक बुनियादी अंतर है। बीजेपी पूरे देश में एकरूपता थोपना चाहती है। दूसरी ओर, कांग्रेस का लक्ष्य देश की विविधता का सम्मान करते हुए एकता को मजबूत करना है।’
‘बीजेपी भारत की आत्मा को नष्ट कर रही है’
जयराम रमेश ने आगे कहा, ‘बीजेपी भारत की आत्मा को नष्ट कर रही है। इसलिए हम भारत को परिभाषित करने वाली हमारी विविधताओं को संरक्षित करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, न कि राज्यों, संस्कृतियों और क्षेत्रों में कृत्रिम एकरूपता थोपने के लिए।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य, विशेष रूप से मिजोरम, विविध धर्मों, विविध भाषाओं और विविध जीवन शैली की भूमि है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी का ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ और ‘एक राष्ट्र एक संस्कृति’ का विचार भारत के विचार के खिलाफ है।
‘मेइती, कुकी और नगा समुदाय को धोखा दिया’
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने बीजेपी पर ‘झांसा दो और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर इसका एक उदाहरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने मणिपुर के मेइती, कुकी और नगा समुदाय को धोखा दिया है। रमेश ने आरोप लगाया कि मणिपुर में पिछले 11 महीनों से जातीय संघर्ष जारी है, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया और 3 मिनट के लिए भी इसकी स्थिति के बारे में बात नहीं की।
मणिपुर हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा की मौत
बता दें कि पिछले साल मई से मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा में कम से कम 219 लोग मारे गए हैं। रमेश ने कहा, ‘मणिपुर में जो हुआ वह बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ध्रुवीकरण और विभाजन की नीति का परिणाम है। मणिपुर बीजेपी की नफरत की राजनीति और स्थानीय लोगों की संस्कृतियों का सम्मान न करने के परिणामों को दर्शाता है।’ रमेश ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव संविधान, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण हैं।