आइजोल: मिजोरम के मुख्यमंत्री और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता लालदुहोमा ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनका उम्मीदवार लोकसभा चुनाव जीतता है तो उनकी पार्टी केंद्र में किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी और तटस्थ रहेगी। लालदुहोमा ने आइजोल के चौल्हमुन क्षेत्र में अपना वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अगर जेडपीएम उम्मीदवार रिचर्ड वनलालहमंगइहा चुने जाते हैं तो उनकी पार्टी न तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होगी और न ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का हिस्सा बनेगी।
सीएम ने किया चुनाव जीतने का दावा
मुख्यमंत्री ने कहा, "हम एनडीए या ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल नहीं होंगे। हम अपनी पहचान बनाए रखना चाहते हैं। हम नयी दिल्ली से नियंत्रित नहीं होना चाहते। हम हर मुद्दे पर यहां से स्वतंत्र तरीके से निर्णय लेना चाहते हैं। पूर्व आईपीएस अधिकारी से नेता बने लालदुहोमा ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी।
एक महिला समेत छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मधुप व्यास ने बताया कि राज्य में ईवीएम में किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी या कानून-व्यवस्था की किसी समस्या की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। राज्य की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए एक महिला समेत छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) से के वनलालवेना, ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) से रिचर्ड वनलालहमंगइहा, कांग्रेस से लालबियाकज़ामा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से वनहलालमुआका और मिजोरम पीपुल्स से रीता मालसावमी चुनावी मैदान में है। लाल ह्रियात्रेंगा चांगटे निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में एमएनएफ के सी लालरोसांगा ने कांग्रेस के लालनघिंगलोवा को 8,140 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार सत्तारुढ़ जोरम पीपुल्स मूवमेंट, मिज़ो नेशनल फ्रंट के बीच माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस और बीजेपी से भी मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं।
इनपुट-भाषा