आइजोल: मिजोरम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मधुप व्यास ने राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की है। मीटिंग में सीईओ ने पिछले चुनाव में कम मतदान को लेकर चिंता जाहिर की। एक बयान में कहा गया है कि मिजोरम में पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक मतदान हुआ था, जबकि 2019 में पिछले लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत 67 प्रतिशत से भी कम था।
13 प्रतिशत कम मतदान हुआ था
मिली जानकारी के अनुसार, 2019 के लोकसभा चुनावों में 13 प्रतिशत कम मतदान हुआ था। बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान मतदाताओं को जागरुक करने के मुद्दों पर चर्चा की गई। मीटिंग में कहा गया कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाए। मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को चुनाव होंगे।
कांग्रेस उम्मीवार सबसे अमीर
उधर, मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने वाले छह उम्मीदवारों में कांग्रेस उम्मीदवार लालबियाकजामा सबसे अमीर हैं। 64 वर्षीय सेवानिवृत्त मिजोरम पुलिस सेवा (एमपीएस) अधिकारी ने कुल संपत्ति 3.84 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है। छह उम्मीदवारों में से सत्तारूढ़ ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उम्मीदवार रिचर्ड वानलालहमंगइहा सहित तीन 'करोड़पति' हैं। निर्दलीय उम्मीदवार लालहरियाट्रेंगा छंगटे छह में से सबसे 'गरीब' हैं क्योंकि उनके पास केवल 6.75 लाख रुपये की चल संपत्ति है। सभी छह उम्मीदवारों पर कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है।
पत्नी के पास है महज इतना रुपये
कांग्रेस उम्मीदवार लालबियाकजामा की पत्नी लालडिंगलियानी के पास केवल 4,790 रुपये की चल संपत्ति है और उनके तीन आश्रितों के पास कुल मिलाकर केवल 7.41 लाख रुपये की चल संपत्ति है। लबियाकजामा के पास 10,000 रुपये नकद हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास 3,500 रुपये और उनके तीन आश्रितों के पास कुल मिलाकर 3,500 रुपये हैं। दो बैंक खातों में उनकी कुल जमा राशि 23 रुपये से अधिक है।