मिजोरम के पूर्व कृषि मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता केएस थंगा, जोराम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) में शामिल हो गए। थंगा ने जून में ही कांग्रेस को छोड़ दिया था। थंगा गुरुवार को आइजोल के वनापा हॉल में एक कार्यक्रम में जेडपीएम में शामिल हुए। उन्होंने 9 जून को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वह राज्य कांग्रेस के राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्य थे जिसे हाल ही में भंग कर दिया गया।
थंगा ने इस्तीफे की गिनाई थीं वजहें
बता दें कि केएस थंगा ने त्यागपत्र में इस्तीफे की सात वजह गिनवाई थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लालसावता पार्टी के संविधान का पालन नहीं कर रहे हैं और अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। अपने इस्तीफे में थंगा ने कथित तौर पर पार्टी के संविधान का पालन नहीं करने के लिए लालसावता की आलोचना की थी और कहा कि उन्होंने एकतरफा रूप से अपने दम पर काम किया। अपने इस्तीफे में थंगा ने ये भी आरोप लगाया कि था उन्होंने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले 2021 में लाल थनहवला को पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।
गौरतलब है कि पूर्व कृषि मंत्री केएस थंगा के अलावा मिजोरम की आइजोल दक्षिण-III निर्वाचन क्षेत्र में इकाई स्तर पर कई कांग्रेस नेताओं ने अपने इस्तीफे सौंपे थे, जिसमें निर्वाचन क्षेत्र से मिजोरम पीसीसी के दो महासचिव भी शामिल थे।
27 सालों से थे कांग्रेस के साथ
बता दें कि केएस थंगा ने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।पूर्व कांग्रेस नेता केएस थंगा साल 1994 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और 2008 से लगातार दो बार आइजोल दक्षिण-तृतीय सीट से विधायक चुने गए हैं। मिजोरम की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मंत्री बनाए जाने से पहले थंगा आठ साल तक संसदीय सचिव रहे।
ये भी पढ़ें-