आइजोलः केंद्र सरकार ने मिजोरम में महत्वपूर्ण आइजोल बाईपास सुरंग के लिए 1300 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दे दी है। मिजोरम सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि कुल 4.60 किमी की लंबाई वाली आइजोल बाईपास सुरंग परियोजना आइजोल जिले में पैकेज -2 के अंतर्गत आती है। प्राथमिक उद्देश्यों में एनएच-6 पर आइजोल शहर के भीतर भीड़भाड़ को कम करना, भारी निर्माण वाले क्षेत्रों से बचना, यातायात की भीड़ को कम करना और राजधानी शहर की सीमा के भीतर सड़क सुरक्षा को बढ़ाना शामिल है।
22 किमी दूरी हो जाएगी कम
अधिकारी ने कहा कि बाईपास सुरंग बनने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। इलाके में ट्रैफिक को सुचारु रूप से चलाने में मदद मिलेगी और जाम भी नहीं लगेगा। इसके बनने से सैरांग से फैबाक के बीच की दूरी 22 किमी कम हो जाएगी और यात्रा का समय 1.5 घंटे कम हो जाएगा। यानी यात्रियों को समय की बचत के साथ ही पेट्रोल-डीजल की खपत भी कम होगी। इससे वाहन चालकों का पैसा भी बचेगा।
दो राज्यों के लोगों को मिलेगा फायदा
इस सुरंग के बनने से आइजोल बाईपास रोड दक्षिणी असम में सिलचर और मिजोरम में नए मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट रूट के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। यानी असम से मिजोरम आने-जाने वालों को भी इसका लाभ मिलेगा। इससे उनके समय की बचत भी होगी।
सीएम लालडुहोमा ने पीएम मोदी समेत कई मंत्रियों से की थी मुलाकात
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने 4 जनवरी को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद आइजोल बाईपास सुरंग के लिए 1,313.28 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की थी। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद राष्ट्रीय राजधानी की अपनी पहली यात्रा पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की थी और मिजोरम के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी।