आइजोल: विद्रोही गुटों से झड़प के बाद भागकर भारत आए म्यांमार के 92 सैनिकों को बुधवार को वापस भेज दिया गया। असम राइफल्स के अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार की आर्मी का एक प्लेन, जो कि इन सैनिकों को वापस लेने आया था, मिजोरम के एकमात्र लेंगपुई एयरपोर्ट पर उतरने के दौरान मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार की एयरफोर्स का Y-8 कार्गो प्लेन एयरपोर्ट की पट्टी से आगे निकल गया और इंजन में खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसके बाद एयरपोर्ट को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था।
प्लेन दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे क्रू मेंबर्स
बता दें कि प्लेन में 14 लोग सवार थे और यह म्यांमार के उन 92 सैनिकों को वापस लेने आया था जो पिछले हफ्ते एक जातीय विद्रोही गुट के साथ मुठभेड़ के बाद भारत आ गए थे। अधिकारी ने बताया कि क्रू के जो 14 सदस्य इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए थे और उन्हें सिर्फ हल्की-फुल्की चोटें ही आई थीं। इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए लेंगपुई ले जाया गया था। बता दें कि बाद में सभी को एक दूसरे प्लेन के द्वारा म्यांमार के रखाइन प्रांत के तटीय शहर सितवे ले जाया गया।
नवंबर से अब तक 635 जवान वापस भेजे गए
मिजोरम से भेजे गए इन सैनिकों को मिलाकर पिछले साल के नवंबर से म्यांमार सेना के कुल 635 जवानों को उनके देश वापस भेजा गया है। विद्रोही गुटों द्वारा उनके शिविरों पर कब्जा कर लेने के बाद जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर मिजोरम में प्रवेश कर गए थे। अधिकारियों ने इस बीच कहा कि विमान के 2 इंजनों में से एक में खराबी के कारण यह दुर्घटना हुई। बताया जा रहा है कि विमान को उड़ा रहा पायलट अनुभवी था और वह पहले भी लेंगपुई एयरपोर्ट पर विमान उतार चुका था। मिजोरम और म्यांमार 510 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते है।