आइजोल: पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। दरअसल, यहां एक निजी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी से 150 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस ने धोखाधड़ी के इस मामले में कम से कम 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। बता दें मामले का खुलासा तब हुआ जब महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने एक शिकायत दर्ज कराई। दर्ज शिकायत के आधार पर जब पुलिस ने जांच की तो इसमें 11 लोगों के संलिप्त होने की जानकारी मिली।
चार साल से चल रहा था घोटाला
मिजोरम के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनिल शुक्ला ने कहा कि यह घोटाला चार साल से चल रहा था और इसमें पांच स्थानीय कार डीलर शामिल थे। उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी का यह मामला 20 मार्च को तब सामने आया, जब महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MMFSF) ने अपने मिजोरम क्षेत्र के व्यवसाय प्रबंधक एवं असम के तेजपुर निवासी जाकिर हुसैन (41) के खिलाफ आइजोल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। MMFSF ने जाकिर हुसैन पर वाहन ऋण वितरण में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया।
कंपनी ने मार्च में दर्ज कराया मामला
उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा दायर शिकायत के आधार पर 29 मार्च को यहां अपराध और आर्थिक अपराध पुलिस थाने में एक और मामला दर्ज किया गया था। DGP अनिल शुक्ला ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि जाकिर हुसैन और शाखा के कुछ कर्मचारियों ने धोखाधड़ी के पैसे को जमा करने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके 2020 में मिजोरम ग्रामीण बैंक (MRB) की खतला शाखा में महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड के नाम पर एक फर्जी बैंक खाता खुलवाया था। उन्होंने बताया कि ‘‘150 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में अब तक हमने मुख्य षडयंत्रकर्ता जाकिर हुसैन समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।’’ (इनपुट- भाषा)
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