नागपुर: नागपुर के ग्रामीण इलाके रामटेक में मामूली विवाद पर हुई मारपीट में एक युवक की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपों के मुताबिक एक होमगार्ड ने अपने साथी के साथ मिलकर दो युवकों की पिटाई कर दी। मृतक युवक की पहचान विवेक खोब्रागडे के रूप में हुई है जो नागपुर के ही देवलापार इलाके का निवासी है, वहीं फैजान पठान नाम के युवक का अस्पताल में इलाज जारी है।
मारपीट करने वाले एक दूसरे को जानते नहीं -एसपी
नागपुर के एसपी हर्ष पोद्दार ने बताया कि गढ़ मंदिर से जहां शोभायात्रा निकाली थी वहां से लगभग चार से पांच किलोमीटर दूर यह घटना घटी है। मारपीट करने वाले एक दूसरे को जानते नहीं हैं। यह पूरी घटना एक्सीडेंट के बाद घटी। एसपी का कहना है कि लड़ाई के बाद दोनों भी अपने अपने घर चले गए लेकिन अचानक से विवेक की घर पर तबियत ख़राब हो गयी और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन विवेक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम में पता चला की विवेक को अंदरूनी चोट लगी थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। वहीं फैजान का इलाज चल रहा है। उसकी भी हालत नाजुक बनी हुई है। विवेक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है। साथ ही इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
राजनीतिक रंग ले रहा है मामला
दलित युवक की मौत होने के बाद यह मामला अब राजनीति का रंग ले रहा है । विपक्ष इस मामले में SIT जांच की मांग कर रहा है। महाराष्ट्र के विधानसभा के विपक्ष नेता विजय वेडेट्टीवार ने कहा कि यह घटना मन हिलाने वाली है, एक दलित युवक एवं एक मुसलमान युवक प्रभु श्री राम के यात्रा के देखने के लिए जा रहे थे। उसके पिता विश्वनाथ खोपरागड़े ने जो बयान दिया है, उससे ऐसा लग रहा है कि मारपीट करनेवालों में इस बात को लेकर गुस्सा था कि दलित एवं मुस्लिम शोभायात्रा देखने क्यों आए। उनकी जान लेना बेहद नींदनीय घटना है।
क्या इसे राम राज्य कहेंगे ?
उन्होंने कहा कि एक दलित युवक सिर्फ शोभा यात्रा में शामिल हुआ, इसलिए उसकी जान ली जाती है। तो क्या इसको रामराज्य कहेंगे? पुरुषोत्तम राम की शोभा यात्रा में इस प्रकार की गति हुई तो महाराष्ट्र का अधोगति हो रही है, इसलिए इसकी SIT जांच की जाए। जो जो दोषी हैं, उसे पर कड़क करवाई नागपुर की पुलिस करे। हमारी गृह मंत्री से यही मांग है कि ऐसे कदम उठाए जाएं ताकि ऐसी घटना दोबारा कभी नहीं हो।