ऑनलाइन रमी के चक्कर में युवाओं का भविष्य अंधेरे में जा रहा है। महाराष्ट्र में भी ऑनलाइन जुए की वजह से कई युवा अपने जीवन से खेल रहे हैं। जलगांव जिले के कई युवा कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं। कहीं एक युवक ने आत्महत्या कर ली तो दूसरे को खेत बेचना पड़ा। जलगांव जिले में ऑनलाइन रमी का जोर इन दिनों बढ़ गया है। यहां कई युवा ऑनलाइन रमी खेलकर पैसे हार रहे हैं। इस बीच जलगांव के एक युवा ने बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन को पत्र लिखकर ऑनलाइन रमी का विज्ञापन ना करने की अपील की है।
ऑनलाइन जुए के कारण आर्थिक परेशानी में युवा
जलगांव जिले के नांदेड़ के एक युवक ने अजय देवगन को भेजे पत्र लिखा कि ऑनलाइन रमी के विज्ञापन में कहा जा रहा है कि ऑनलाइन रम्मी में आएं और 50 हजार, 1 लाख का वेलकम बोनस पाएं। ऐसी टैगलाइन के इस्तेमाल से युवा तेजी से ऑनलाइन जुए की ओर आकर्षित हो रहे हैं। ऑनलाइन जुए की 'भूलभुलैया' में युवा खोते जा रहे हैं और इससे समाज में ऐसी छवि बन गई है कि युवाओं की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। युवाओं में ऑनलाइन रमी का क्रेज देखा जा रहा है। इस सनक के कारण कई युवा आर्थिक परेशानी में हैं।
किसी ने की आत्महत्या तो किसी ने बेचे खेत
पिछले महीने ही जलगांव जिले की चोपड़ा तहसिल के वर्डी में एक युवक ने ऑनलाइन रमी में भारी रकम हारने के बाद आत्महत्या कर ली थी। वहीं जलगांव तहसील के अव्हाणे के एक युवा को ऑनलाइन रम्मी में एक ही रात में 1 लाख रुपये हारने के बाद अपनी मोटरसाइकिल बेचनी पड़ी। अमलनेर तहसील के एक गांव के लड़के ने भी ऑनलाइन रमी के चक्कर में 7 लाख का कर्ज लिया। बाद में इस युवक ने यह कर्ज चुकाने के लिए अपने पिता के पुश्तैनी खेत बेच दिए।
यूजर्स की बैंक डिटेल्स और डाटा भी ले रहे ऐप
ये समाज की कुछ घटनाएं हैं। हालांकि हर दिन ऑनलाइन के चलते अकेले जलगांव जिले में रमी के जरिए लाखों का कारोबार हो रहा है। सवाल ये उठता है कि ऑनलाइन जुआ, सट्टेबाजी की अनुमति सरकार कैसे दे रही है? सारा डेटा ऐप के माध्यम से खुला है। ऑनलाइन रमी खेलने के लिए कई ऐप्स हैं। उन ऐप्स को डाउनलोड करते समय संबंधित कंपनियों द्वारा उनके नियम और शर्तें लगाई जाती हैं। ऐप डाउनलोड करने के बाद यूजर से बैंक डिटेल्स भी मांगी जाती है। कई बार OTP के जरिए बहुत सारा डाटा संबंधित कंपनियों के पास चला जाता है।
ऑनलाइन जुए को लेकर नहीं है सरकार का कोई नियम
बता दें कि इसके साथ ही युवाओं को ऑनलाइन रमी गेम की ओर आकर्षित करने के लिए 50 हजार तक का बोनस, 1 लाख रुपये तक दिए जाते हैं। पुलिस अक्सर सट्टा और जुआ खेलने वालों पर कार्रवाई करती है। सट्टेबाजी और जुए के समान ऑनलाइन गेम का उपयोग किया जाता है। जब यह खेला भी जाता है तो इसे लेकर सरकार की ओर से कोई नियम नहीं हैं। सार्वजनिक जुआ और सट्टेबाजों पर मुकदमा चलाया जाता है। लेकिन उन लोगों को क्या करना चाहिए, जो घर पर बैठकर अपने मोबाइल फोन पर जुआ खेलते हैं, उन्हें कैसे रोकें? इससे एक सवाल खड़ा होता है।
(रिपोर्ट- नरेंद्र कदम)
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