महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुंबई स्थित कार्यालय के बाहर लगी उनकी ‘नेमप्लेट’ को एक महिला ने तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना गुरुवार शाम की है और इससे राज्य सरकार के दक्षिण मुंबई स्थित मुख्यालय ‘मंत्रालय’ की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। घटना के समय फडणवीस अपने कार्यालय में नहीं थे। फडणवीस के पास गृह विभाग भी है। पुलिस उपायुक्त (DCP) प्रवीण मुंडे ने पत्रकारों को बताया कि मध्य मुंबई की रहने वाली महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ्य प्रतीत हो रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला ने पहले भी भाजपा के प्रदेश कार्यालय में इसी तरह की हरकत की थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की एक टीम शुक्रवार को उसे ‘कॉउसलिंग’ देने के लिए उसके घर गई। महिला के मानसिक रूप से बीमार होने के संबंध में भी जांच की जा रही है।
महिला ने वैध प्रवेश पास के बिना मंत्रालय में की एंट्री
यह घटना गुरुवार की शाम साढ़े 6 बजे के बाद हुई। अधिकारियों ने बताया कि महिला ने ‘नेमप्लेट’ उठायी और उसे फर्श पर पटक दिया। उसने बाहर रखे गमलों को भी तोड़ने की कोशिश की। अधिकारी ने कहा, ‘‘महिला ने वैध प्रवेश पास के बिना मंत्रालय में प्रवेश किया। अब तक की जांच के अनुसार महिला ने सुरक्षाकर्मियों को बताया कि वह अपना बैग अंदर भूल गई है और वह उसे लेना चाहती है।’’ उन्होंने बताया कि ‘नेमप्लेट’ तोड़ने के बाद वह उसी गेट से बाहर निकल गई।
महिला को प्रवेश की अनुमति दिए जाने की हो रही जांच
अधिकारी ने बताया कि पुलिस, महिला को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के संबंध में जांच कर रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आरक्षित उस द्वार से अन्य लोगों का प्रवेश वर्जित है। उन्होंने कहा कि प्रवेश द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और चूक पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। घटना के सामने आते ही उसी महिला द्वारा अपने आवासीय भवन परिसर सहित अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार की तोड़फोड़ करने के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए। गुरुवार की घटना के संबंध में फिलहाल कोई पुलिस शिकायत नहीं दर्ज करवाई गई है।
घटना पर क्या बोले फडणवीस?
फडणवीस ने कहा कि अधिकारी पता लगाएंगे कि महिला को कोई शिकायत थी या नहीं। फडणवीस शुक्रवार को सरकार की प्रमुख ‘लाडकी बहिन’ योजना के संबंध में एक कार्यक्रम के लिए शिरडी में थे। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘अगर हमारी बहन नाराज हैं, तो हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि समस्या क्या है और यह भी जांच करेंगे कि क्या उन्हें जानबूझकर भेजा गया था।’’
कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं, कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने शिवसेना-भाजपा-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘आप देख सकते हैं कि ‘लाडकी बहिन’ कितनी नाराज है और सरकार के प्रति उसका गुस्सा कितना है...।’’ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद अनिल देसाई ने कहा कि यह घटना दिखाती है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति कितनी खराब है। देसाई ने कहा, ''लोग गुस्से में हैं और चुनाव का इंतजार कर रहे हैं।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)
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