उपनगरीय रेलवे मुंबईकरों की जीवन रेखा है। इससे हर दिन लाखों यात्री मध्य, पश्चिमी और हार्बर रेलवे पर अपने गंतव्यों तक यात्रा करते हैं। यही वजह है कि इस रेलवे का मुंबईकरों के मन में एक खास स्थान है। उनके लिए यह न सिर्फ यात्रा का साधन है, बल्कि उनकी जीवन रेखा भी है। ऐसी ट्रेन की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए जीआरपी पुलिस दिन-रात गश्त करते रहती है और वो किसी भी अनहोनी को लेकर सतर्क भी रहती है। ऐसे ही एक जीआरपी पुलिस पदाधिकारी की सतर्कता से एक महिला यात्री की जान बच गई।
विठ्ठलवाड़ी स्टेशन पर हुई ये घटना
यह घटना सेंट्रल रेलवे के विठ्ठलवाड़ी स्टेशन पर हुई। एक महिला चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन तभी वह अपना संतुलन खो बैठी और गिर पड़ी। वह ट्रेन के नीचे आने ही वाली थी, तभी कल्याण जीआरपी पुलिस ने सतर्कता दिखाई और महिला की जान बचा ली। अधिकारी की इस पैनी नजर और बहादुरी के लिए उनकी काफी सराहना भी की जा रही है।
अंबरनाथ के लिए ट्रेन पकड़ने वाले थे
घटना बुधवार दोपहर करीब 2:20 बजे विट्ठलवाजी रेलवे स्टेशन पर हुई। 30 साल की नजमी शेख नाम की महिला और उसकी 9 साल की बेटी रेलवे स्टेशन पर आई थी। वे अंबरनाथ की ओर जाने वाली ट्रेन पकड़ना चाहते थे। ट्रेन आने के बाद लड़की खलीफा ट्रेन में चढ़ गई। नजमी भी चढ़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन जैसे ही ट्रेन चली उसका हाथ फिसल गया और वह चलती लोकल ट्रेन से सीधे प्लेटफॉर्म पर गिर गई। वह प्लेटफार्म से गिरकर ट्रेन के नीचे आने वाली थी, लेकिन उस वक्त जीआरपी पुलिस पदाधिकारी ऋषिकेश माने ने इसे देखा और दौड़कर महिला को बाहर निकाला और उसकी जान बचाई।
पुलिस पदाधिकारी ने बेटी को सौंपा
नजमी काफी डर गई थी, क्योंकि उसकी बेटी ट्रेन में अकेली आगे बढ़ गई थी। हालांकि, ट्रेन में मौजूद अन्य यात्रियों ने लड़की को अंबरनाथ स्टेशन पर सुरक्षित उतार लिया और जीआरपी पुलिस को सौंप दिया। बाद में अंबरनाथ स्टेशन जाकर ऋषिकेश माने नजमी की बेटी से मिले और उसे उसकी मां को सौंप दिया। पूरी घटना रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और लोगों की जान बचाने के लिए पुलिस ऋषिकेश माने की खूब तारीफ हो रही है।
- कल्याण से सुनील शर्मा की रिपोर्ट