महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार के साथ आने को लेकर कहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि शरद पवार ने आरएसएस की तारीफ क्यों की थी तो उन्होंने कहा कि शायद शरद पवार को यह एहसास हुआ होगा कि उन्होंने जो माहौल बनाया था, वह एक पल में कैसे खत्म हो गया। जब उन्हें इस शक्ति का एहसास हुआ तो उन्होंने प्रतिस्पर्धी की भी तारीफ की होगी।
देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में स्वर्गीय विलास फडणवीस की जयंती पर एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि शरद पवार चाणक्य हैं, उन्होंने निश्चित तौर पर अध्ययन किया होगा कि उन लोगों ने जो इतना बड़ा वायुमंडल तैयार किया था वह एक मिनट में पंचर कैसे हो गया, इसके पीछे शक्ति कौन सी है, तब उन्हें ध्यान आया कि जो शक्ति है। वह नियमित राजनीति करने वाली शक्ति नहीं है। यह राष्ट्रकरण करने वाली शक्ति है, इसलिए उन्होंने प्रशंसा की होगी। फडणवीस ने कहा कि प्रतिस्पर्धी की भी प्रशंसा करनी चाहिए। इसमें कुछ गलत नहीं है।
शरद पवार के साथ पर क्या बोले?
देवेंद्र फडणवीस से इस इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि क्या शरद पवार से उनकी नजदीकियां बढे़ंगी? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा "मैं आपको बताता हूं कि 2019 के बाद मेरे बयान सुने होंगे तो वो साफ थे। इसकी वजह है कि 2019 से 2024 तक जो घटनाएं घटी हैं, उनमें से मुझे समझ आया कि असंभव कुछ भी नहीं है। कोई बात नहीं होगी यह समझकर नहीं चलना, कुछ भी हो सकता है। होना चाहिए ऐसा नहीं है, लेकिन कुछ भी हो सकता है। उद्धव ठाकरे वहां जा सकते हैं, अजित पवार यहां आते हैं। राजनीति मे कुछ भी हो सकता है, ऐसा होना चाहीए ऐसा नहीं है, वैसा होना भी अच्छा नहीं है, लेकिन राजनीति में यह ध्यान रखना चाहिए कि जब हम ठोक कर यह बोलते हैं कि ऐसा नहीं होगा, तब राजकीय परिस्थिति तुम्हें कहा ले जाकर बैठा देंगी, कोई भरोसा नहीं है।"
किन घटनाओं का जिक्र कर रहे थे फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले पांच साल में हुए बदलावों का जिक्र कर रहे थे। 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ थे और इनके गठबंधन को बहुमत भी मिला, लेकिन सीएम पद को लेकर बता बिगड़ गई और गठबंधन टूट गया। पहले फडणवीस ने सीएम पद की शपथ ली, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर सके। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई, लेकिन कुछ समय बाद शिवसेना और एनसीपी में फूट पड़ गई। शिवसेना के अधिकतर विधायक एकनाथ शिंदे के साथ होकर उद्धव से अलग हो गए। वहीं, एनसीपी के विधायक अजित पवार की अगुआई में शरद पवार से अलग हो गए।
महाराष्ट्र में फिर सरकार बदली और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने। अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने। 2024 में भी शिंदे, अजित पवार ने बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा और इस गठबंधन ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की। हालांकि, इस बार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं और एकनाथ शिंदे, अजित पवार उपमुख्यमंत्री हैं।