Highlights
- शिवाजी पार्क में ही वार्षिक दशहरा रैली करती आ रही है शिवसेना
- BMC ने शिवाजी पार्क को लेकर अभी तक नहीं लिया फैसला
- ठाकरे नीत शिवसेना को कानून का सहारा लेना चाहिए- अजित पवार
Dussehra rally: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि BMC की मंजूरी मिले या नहीं, वह यहां शिवाजी पार्क मैदान में पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली करेगी। मुंबई के पूर्व महापौर मिलिंद वैद्य के नेतृत्व में शिवसेना नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीएमसी के अधिकारियों से मुलाकात कर रैली आयोजित करने की अनुमति के लिए उनके आवेदन की स्थिति के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अनुमति मिले या नहीं, बालासाहेब ठाकरे के शिवसेना कार्यकर्ता रैली के लिए शिवाजी पार्क में एकत्र होंगे। प्रशासन हमें अनुमति दे या मना कर दे। हम (शिवाजी पार्क में रैली करने के लिए) अपने फैसले पर बहुत दृढ़ हैं।’’
स्थापना के समय से ही शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कर रही है शिवसेना
वैद्य ने कहा, ‘‘अगर हमें कोई जवाब नहीं मिला, तो भी बालासाहेब के शिवसेना कार्यकर्ता दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क में इकट्ठा होंगे।’’ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला समूह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला प्रतिद्वंद्वी खेमा, दोनों ने मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी है। शिवसेना अपनी स्थापना के समय से ही शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कर रही है।
BMC ने शिवाजी पार्क को लेकर अभी तक नहीं लिया फैसला
बीएमसी ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है। दोनों गुटों ने विकल्प के रूप में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए मैदान में रैली करने की अनुमति को लेकर भी आवेदन किया है। पिछले हफ्ते शिंदे खेमे को बीकेसी में रैली करने की मंजूरी मिली थी।
ठाकरे नीत शिवसेना को कानून का सहारा लेना चाहिए- अजित पवार
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति मिलनी चाहिए और अगर अनुमति नहीं मिलती है तो उसे कानून का सहारा लेना चाहिए। पवार ने कहा, ‘‘अगर शिंदे खेमे के लिए बीकेसी मैदान उपलब्ध कराया गया है, तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह को शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति दी जानी चाहिए। राज्य को इन दोनों पक्षों (उनकी संबंधित रैलियों में) के विचार सुनने दें।’’