मुंबई: अपना 71वां जन्मदिन मना रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश विदेश से शुभकामनाएं मिल रही हैं। इस बीच कभी बीजेपी की साथी रही शिवसेना ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है। शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सासंद संजय राउत ने पीएम मोदी को बधाई देते हुए कहा कि उनके कद का नेता अभी देश में नहीं है। बीजेपी को शिखर पर लाने का काम अटल जी के बाद नरेंद्र मोदी ने ही किया है
संजय राउत ने कहा, ‘’नरेंद्र मोदी बहुत ही लोकप्रिया नेता है। बीजेपी को शिखर पर लाने का काम अटल जी के बाद नरेंद्र मोदी ने ही किया है। उनके कार्यकाल में बीजेपी को बहुमत मिला है। इससे पहले तो बीजेपी ने सिर्फ गठबंधन की सरकार बनाई थी। ये मोदी जी की लीडरशिप का ही कमाल है। पीएम मोदी के कद का नेता अभी देश में नहीं है।’’
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक बयान ने राज्य की सियासत में हडकंप मचा दिया। उनके इस बयान ने शिवसेना और बीजेपी में सुलह के संकेत दे रहे हैं। दरअसल, औरंगाबाद के एक कार्यक्रम में सीएम उद्धव ठाकरे की ओर से बीजेपी नेता रावसाहेब दानवे को भावी सहयोगी कहकर संबोधित किया गया। महारास्ट्र की राजनीति में शिवसेना और बीजेपी के साथ आने की लगातार अटकलें लगाई जा रही है ऐसे में उद्धव ठाकरे के आज का ये बयान कई संकेत दे रहा है।
औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे और रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे एक ही मंच पर थे। दानवे की ओर इशारा करते हुए ठाकरे ने कहा कि ये हमारे पूर्व सहयोगी हैं और भविष्य में अगर साथ आते हैं तो भावी सहयोगी हैं। इस कार्यक्रम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी संभव है। उद्धव जी ने हमारे मन की बात कही है, सुनकर अच्छा लगा।
रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे को भावी सहयोगी कहने वाले उद्धव ठाकरे ने अब पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन के समर्थन में खुलकर आगे आ गए हैं। औरंगाबाद में जनता को संबोधित करने के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, "मुंबई और नागपूर को बुलेट ट्रेन से जोडा जाए यह हमारी पुरानी इच्छा है। इस बुलेट ट्रेन के लिए अगर प्रेजेंटेशन भी नहीं दिया तो भी चलेगा। राज्य सरकार आपके साथ है। मैं सियासत बीच में नहीं लाना चाहता लेकिन जब मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की बात हो रही थी तब हमने कहा था की इसके बजाए राज्य की राजधानी (मुंबई) को उपराजधानी (नागपूर) से जोड़ने के लिए बुलेट ट्रेन चलाया जाए तो बहुत फायदा होगा।"
बता दें कि महाआघाडी सरकार बनने के बाद शिवेसना ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का विरोध किया था। बुलेट ट्रेन के लिए जमिन हस्तांतरण की भी इजाजत नहीं दे रहें थे लेकिन अब ठाणे, पालघर में जमिन हस्तांतरण का काम युद्ध स्तर पर जारी है। शिवसेना की तरफ से पुरा सहयोग इस प्रोजेक्ट के लिए दिया जा रहा है। गौरतलब है कि साल 2019 का विधानसभा चुनाव बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन करके लड़ा था लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर दोनों पार्टियों में झगड़ा हो गया और गठबंधन टूट गया।
ये भी पढ़ें
- क्या अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता देगा रूस? सामने आया विदेश मंत्री लावरोव का बड़ा बयान
- अमेरिका के कहने पर पाकिस्तान ने जेल से छोड़ा, आज बना तालिबान की जीत का चेहरा
- अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा, क्या हुआ और क्या होगा अभी, खौफ में महिलाएं
- अफगान सेना पर अमेरिका ने खर्च किए अरबों डॉलर, फायदा मिला तालिबान को