सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग्स एंगल जुड़ने के बाद गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका सेशन कोर्ट में खारिज होने की ऑर्डर कॉपी इंडिया टीवी के पास है जिससे जाहिर है कि ड्रग्स की हर डिलीवरी की जानकारी रिया को थी और पेमेंट भी वही करती थी। ऑर्डर कॉपी के मुताबिक शाविक चक्रवर्ती ने अपने बयान में कहा है कि वो परिहार जैद, सुर कैजान से ड्रग्स की डिलीवरी कराता था। सुशांत के स्टाफर दीपेश और सैमुअल ने भी रिया का नाम बताया कि वही इस ड्रग्स को मंगाती थी। उंसके कहने पर ही वे पैडलर के जरिये ड्रग्स लाते थे और ड्रग्स लाने का इंस्ट्रक्शन भी वही देती थी।
तीन दिनों की पूछताछ में रिया ने खुद ड्रग्स की बात मानी है कि वो ड्रग्स मंगाती थी और उसके लिए पैसे देती थी। रिया फायनेंस का इंतजाम करती थी और बाकी स्टाफ को भी आदेशित करती थी जो कि एक बड़े सिंडिकेट का हिस्सा है। रिया के बचाव में वकील सतीश मान शिंदे ने कहा कि वो सिर्फ सुशांत के लिए ड्रग्स मंगाती थी और को-ऑर्डिनेट करती थी। रिया की कोई बड़ी क्वानेटेटी नहीं थी इसलिए बेल मिलनी चाहिए।
दरअसल रिया की मुश्किलें LSD ड्रग्स ने बढ़ा दी है। इसी ड्रग्स की कमर्शियल क़वेन्टिटी की बात जांच में सामने आई है और उसके बाद 27 A सेक्शन लगाया गया जिसमें दस साल से 20 साल तक की सजा है और दो लाख तक जुर्माना है।
NCB ने स्पष्ट तौर पर कोर्ट में बात रखी कि अगर रिया को जमानत मिली तो बाकी आरोपियो को भी एक रास्ता मिल जाएगा और वे भी जमानत की जुगाड़ में लग जाएंगे जो कि सिंडिकेट का हिस्सा हैं। पूछताछ के समय महिला अधिकारी की बात को कोर्ट में NCB ने ये कहकर खारिज किया था कि रिया के साथ एक API स्तर की एक महिला अधिकारी मौजूद थी।
आर्डर कॉपी में लिखा है कि रिया ने NCB से पूछताछ के समय पुलिस से प्रोटेक्शन की मांग की थी। ऐसे में एपीआई जो कि महिला ऑफिसर है वो रिया के साथ रहती है। अभी जांच शुरुआती स्टेज पर है ऐसे में बयान दबाव डालकर लिया गया ऐसा कहना गलत है। सुशांत रिया लिविंग में रहते थे और रिया भाई के जरिये ड्रग्स का इंतजाम करती थी। इसके लिए व्हाट्सअप चैट और इलेक्ट्रॉनिक एविडेन्स है। रिया क्रेडिट कार्ड से पैसों को भुगतान करती थी।
ऑर्डर कॉपी में कहा गया है कि अनुज के पास से मिला LSD कमर्शियल क़वेन्टिटी का है अभी शुरूवाती स्टेज पर जांच है ,ऐसे में बेल के लिये कोई ग्राउंड नही बनता।
एक और सबसे अहम बात यह है कि आरोपी रिया ने बहुत से दूसरे लोगों के नाम अपने बयान में लिए हैं। अभी उन लोगों से संबंधित जांच चल ही रही है। अगर रिया को जमानत मिली तो वो उन लोगों को अलर्ट कर सकती है वो भी सबूत नष्ट कर सकते है और रिया भी सबूतों को मिटा सकती है। इसी आधार पर सेशन कोर्ट ने रिया की जमानत याचिका रद्द की थी।