नई दिल्ली। महाराष्ट्र पुलिस के सस्पेंड असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर लगातार महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को घेर रही है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि सचिन वाजे मुंबई में इतनी बड़ी साजिश को अकेला अंजाम नहीं दे सकता और उसका कोई गॉडफादर है। भाजपा सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने सचिन वाजे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप लगाया है। इंडिया टीवी से बात करते हुए नारायण राणे ने कहा, "सचिन वाजे का गॉडफादर मुख्यमंत्री है, उनको इस्तीफा देना चाहिए, सीट पर एक दिन भी नहीं रहना चाहिए"
नारायण राणे ने इंडिया टीवी को बताया, "सचिन वाजे पहले सस्पेंड था, लेकिन उसको डिपार्टमेंट में लाने का काम मुख्यमंत्री ने किया और उसे क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) की जिम्मेदारी दी गई। नारायण राणे ने बताया कि सचिन वाजे सिर्फ मुख्यमंत्री की वजह से ही पुलिस डिपार्टमेंट में वापस आया है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं और उनके नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी सरकार चल रही है।
शुक्रवार को शिवसेना के अखबार सामना में लेख लिखकर कहा गया है कि सचिन वाजे का गॉडफादर कोई नहीं है। इसपर नारायण राणे ने कहा कि सामना अखबार उद्धव ठाकरे का है और संजय राउत का काम उद्धव ठाकरे को बचाना है, गलत हो तो भी वे उद्धव ठाकरे को बचाते हैं। सामना शिवसेना का मुखपत्र है और शिवसेना सांसद संजय राउत उसके संपादक हैं।
सचिन वाजे को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान आया हुआ है। महाराष्ट्र में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिला था और जिस स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक मिला था उस कारोबारी मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत हो चुकी है। इन मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और महाराष्ट्र पुलिस की ATS कर रही है। जांच एजेंसियों को विस्फोटक और हत्या के मामलों में कहीं न कहीं सचिन वाजे का हाथ होने का शक है।