लोकसभा चुनाव को लेकर सभी विपक्षी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। I.N.D.I.A यानी विपक्षी गठबंधन की बीते दिनों बैठक हुई। इस गठबंधन में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा हम नहीं बल्कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सामंत का कहना है। उदय सामंत ने इंडिया टीवी से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडी अलांयस में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इन लोगों ने अबतक यह तय नहीं किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कौन उनकी तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा होगा। वो क्या लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने आगे कहा कि तीन राज्यों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।
विपक्षी गठबंधन में कौन होगा प्रधानमंत्री का चेहरा?
उन्होंने आगे कहा कि अगर बात संजय राउत के बयान की है तो खुद भी इतनी सीटों पर लड़ सकते हैं। उनके पास है ही कौन चुनाव में लड़ने के लिए. तो उन्हें सबको इंपोर्ट करना पड़ेगा। मुझे मेरे अनुभव से लगता है उनका कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कोई बी कुछ भी कहता और सुनता है। उन्होंने आगे कहा, 'छगन भुजबल बहुत ही वरिष्ठ नेता हैं और उनपर मैं क्या कहूंगा, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री हमेशा कहते हैं कि किसी भी समाज के लोगों को सोचने की जरूरत नहीं है कि उनके आरक्षण का कोई प्रतिशत कम होगा। उन्होंने हमेशा कहा है कि मराठा समाज को आरक्षण दिया जाएगा लेकिन किसी भी समाज के आरक्षण को कम किए बिना।'
भाजपा नेता ने साधा निशाना
इससे पूर्व पश्चिम बंगाल की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कांग्रेस और टीएमसी पर निशाना साधा था। विपक्षी गठबंधन पर उन्होंने बयान देते हुए कांग्रेस, ममता बनर्जी और अधीर रंजन चौधरी पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली में ममता बनर्जी की दोस्ती अच्छी है। सोनिया गांधी के बगल में ममता बनर्जी बैठती हैं। उन्होंने कहा कि वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम देने की बात कही जा रही है। लेकिन हम चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ें।