मुंबई: महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बन गई है। सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल का विस्तार होना है, लेकिन महायुति के तीनों दलों से किस-किस को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी यह अभी भी संशय का विषय बना हुआ है। दरअसल, महायुति की सरकार के मंंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी, एनसीपी और शिवसेना तीनों दलों के विधायकों को शामिल करना है। ऐसे में किस पार्टी से किस विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, इसपर अभी भी चर्चा चल रही है। हालांकि माना जा रहा है कि शिवसेना (शिंदे) के विधायकों और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिया गया है।
दो मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड खराब
दरअसल, शिवसेना (शिंदे) ने राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए शिवसेना के पूर्व मंत्रियों और संभावित मंत्रियों के पद के इच्छुक विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। शिवसेना की प्रगति पुस्तिका में 2 पूर्व मंत्रियों के काम में कमी देखने मिली है। सूत्रों की मानें तो शिवसेना के पूर्व मंत्री संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार का रिपोर्ट कार्ड अच्छा नहीं है। ऐसे में इन्हें महायुति की नई सरकार के मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। हालांकि इसके अलावा कुछ अन्य विधायक भी हैं, जिन्हें मंत्री पद की चाहत थी और उनका रिपोर्ट कार्ड पास हो गया है।
इन विधायकों को मिल सकता है मौका
सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के रिपोर्ट कार्ड में मंत्री पद की चाहत रखने वाले कुछ विधायक पास हो गये हैं। इसमें उदय सामंत, शंभुराजे देसाई, दीपक केसरकर, दादा भुसे, गुलाबराव पाटिल, तानाजी सावंत, भरत गोगवले, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, अर्जुन खोतकर और विजय शिवतारे की रिपोर्ट अच्छी बताई जा रही है। इसके बावजूद शिवसेना की तरफ से किस-किस को मंत्री बनाना है यह तय करने के अधिकार सभी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को दिए हैं। ऐसे में पार्टी की तरफ से मंत्री पद के लिए कौन उचित होगा इसपर आखिरी फैसला एकनाथ शिंदे को ही करना होगा।
यह भी पढ़ें-
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा किसान आंदोलन का मामला, नेशनल हाईवे को खोले जाने की मांग
महायुति सरकार के शपथ ग्रहण के दौरान 12 लाख का सामान चोरी, जांच में जुटी पुलिस