महाराष्ट्र सरकार द्वारा महिलाओं को उपलब्ध कराई जाने वाली टॉयलेट की सुविधा को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, मुंबई में काम करने वाली महिलाओं के लिए किस प्रकार से टॉयलेट की व्यवस्था की जा सकती है और उसके लिए किस तरह के आवश्यक कदम उठाने चाहिए, इसको लेकर 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। शहर के अलग-अलग ग्राउंड्स पर किस तरह से इसका निर्माण किया जाना चाहिए, इन सभी मुद्दों को लेकर शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जीआर निकाला गया है। बता दें कि इस एसआईटी को 6 महीने के भीतर ही अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी है।
मुंबई में महिलाओं के अनुपयुक्त शौचालय बड़ा मुद्दा
मुंबई में महिलाओं के लिए अनुपयुक्त शौचलय की सुविधा एक बड़ा मुद्दा रहा है, क्योंकि कामकाजी महिलाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। लड़कों के साथ मैदान पर अभ्यास करने वाली खिलाड़ियों को भी शौचालय की सुविधा के मामले में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि बीते दिनों हैदराबाद के पास मेडचल में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की कुछ छात्राओं ने खाना बनाने वाले कर्मचारियों पर छात्रावास के शौचालय में उनकी वीडियो बनाने का आरोप लगाया जिसके बाद दो लोगों को ‘ताक-झांक’ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
तेलंगाना मामले में पुलिस की कार्रवाई
एक और दो जनवरी को कॉलेज में ताक-झांक के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के बाद, कॉलेज के प्रचार्य, निदेशक और अध्यक्ष सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इनमें दो गिरफ्तार व्यक्ति भी शामिल थे। छात्राओं की शिकायत के आधार पर मेडचल थाने में पॉक्सो अधिनियम के अलावा, संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पुलिस ने 20 वर्षीय दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिन पर छात्राओं के शौचालयों में झांकने का आरोप है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इनमें से एक व्यक्ति रसोइये का सहायक है। उन्होंने बताया कि दोनों को शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।