मुंबई: शहर के दहिसर इलाके में वॉटर लॉगिंग देखने को मिली। बताया जा रहा है कि बीएमसी की पाइपलाइन फट गई थी, जिस वजह से भारी मात्रा में सड़क पर पानी लग गया। वहीं जलभराव होने की वजह से रास्ता जाम हो गया है। पूरा मामला दहिसर के पूर्व टोल प्लाजा के पहली सबवे लाइन के सामने का है, जहां पश्चिमी एक्सप्रेसवे से नगर निगम की बड़ी पानी की पाइपलाइन अचानक से तेजी से लीक होने लगी। आज सुबह मेट्रो की खुदाई करते समय पानी की पाइपलाइन फट गई। वहीं पाइपलाइन फटने से लाखों लीटर पानी बह गया। पुल के नीचे लगातार पानी बह रहा है। वहीं पानी बहने की वजह से भारी जलजमाव हो गया है, जिससे ट्रैफिक जाम हो रहा है।
दिल्ली में पाइपलाइन फटने से तीन की मौत
बता दें कि पाइपलाइन फटने का यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी में सुरक्षित शहर परियोजना के तहत खुदाई के दौरान पाइपलाइन फट गई थी। इस दौरान यहां काम कर रहे तीन श्रमिक झुलस गए थे। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने बताया था कि सुरक्षित शहर परियोजना से संबंधित एक ठेकेदार के श्रमिकों ने खुदाई करते समय इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की एक पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में वेल्डिंग करने वाले तीन श्रमिक झुलस गए और पाइपलाइन को भी नुकसान पहुंचा। श्रमिकों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
असम में भी एक की मौत
वहीं गुवाहाटी में पानी की पाइपलाइन फटने की एक अन्य घटना की जांच के लिए असम सरकार ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया। पाइपलाइन फटने की इस घटना में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि पांच लोग घायल हो गए थे। असम मानवाधिकार आयोग ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लिया था और इसकी जांच के लिए कामरूप मेट्रोपोलिटन जिलाधिकारी को निर्देश दिया था। आयोग के सदस्य सतनौ भराली ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आयोग ने जिलाधिकारी को जल्द से जल्द एएचआरसी को एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी के खरगुल इलाके में पाइप फटने के वास्तविक कारण का पता नहीं चला है और जिलाधिकारी को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करनी चाहिए।
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