महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में स्थित लोणार झील इस समय लोगों के लिए रहस्य बनी हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार झील का पानी अचानक लाल होने लगा है। जबकि आम तौर पर झील का पानी हरा सफेद रंग का होता है। झील के पानी में अचानक हो एक इस बदलाव से आसपास के लोगों में कौतूहल व्याप्त है। बता दें कि लोणार झील हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए रहस्य का केंद्र रही है। यह झील दुनिया की मात्र तीन झीलों में शामिल है जिसका निर्माण उल्कापिंड गिरने से हुआ है।
बुलढाणा के लोणार के तहसीलदार तहसीलदार सैफन नदफ के अनुसार पिछले दो दिन से लोणार झील का पानी अचानक लाल रंग का होने लगा है। फिलहाल वन विभाग को इसकी सूचना दे दी गई है। वन विभाग इस झील के पानी का सैंपल लेकर जांच और विश्लेषण करेगा। फिलहाल झील का पानी लाल होने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
रहस्यमयी है लोणार झील
देश के लगभग केंद्र में स्थित लोणार झील महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में है। वैज्ञानिकों के अनुसार करीब 1 लाख 70 हजार वर्ष पहले इस जगह पर उल्कापिंड 22 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से आकर गिरा था। जिसकी वजह से झील का निर्माण हुआ। झील का पानी खारा है। पुरातत्ववेत्ताओं का कहना है कि यह विश्व की अनोखी झील है और दुनिया में इस तरह की सिर्फ तीन झीलें मिली है जिसमें लोनार झील के अलावा अमेरिका के कैलोफोर्निया की मोनो झील तथा केन्या की मगादी झील है। इन तीनों झीलों में पानी खारा है और वैज्ञानिक मानते हैं कि यह तीनों गड्ढे उल्का पिंड के गिरने से बने थे।