मुंबई: महाराष्ट्र में कल 2359 ग्राम पंचायतों एवं 130 सरपंच के पद पर हुए उप चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दल शुरुआती परिणामों पर अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख 33 में से 26 पर शरद पवार गुट की जीत का दावा कर रहे हैं। बता दें कि यह चुनाव पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं होता है। एनसीपी नेता अजित पवार के सरकार में शामिल होने के बाद यह पहला चुनाव है। अधिकांश जिलों में 75% से 80% के बीच मतदान हुआ था।
दलों के नाम पर नहीं होते चुनाव
बीड़ जिले के 165, धुले जिले की 31, यवतमाल की 31, नंदुरबार जिले की 16, नागपुर की 357, भंडारा जिले में 57, चंद्रपुर में 8, वर्धा में 29, अमरावती में 36 ग्राम पंचायतों में मतदान हुआ है। वैसे तो यह चुनाव किसी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं कराया जाता है, लेकिन सभी पार्टियां उम्मीदवारों को अपनी पार्टी की दलील देकर सबसे ज्यादा ग्राम पंचायत और सरपंच चुनने का दावा करती हैं। वहीं सुबह से ही मतों की गिनती शुरू हो गई। कुछ जगहों पर इसके परिणाम भी घोषित कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के विधानसभा क्षेत्र में दावा किया जा रहा है कि 33 परिणाम घोषित हुए हैं। उसमें से 26 ग्राम पंचायत राष्ट्रवादी कांग्रेस अनिल देशमुख के पक्ष में आए हैं।
अभी तक के परिणाम
अब तक घोषित 966 सीटों पर महायुति ने बढ़त बनाई हुई है। बीजेपी, शिंदे गुट और अजित पवार गुट की महायुति 629 जीत हासिल करके इस चुनाव में आगे चल रही है। वहीं महाविकास अघाडी 294 पर जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे 284, शिंदे गुट 144 का दावा कर रहा है। कांग्रेस 72 पर, उद्धव ठाकरे 65, शरद पवार 68, अजित पवार 201 पर हैं। बारामती में अजित पवार के इलाके में 25 में से 24 उम्मीदवार अजित पवार के बताए जा रहे हैं।
शाम तक आएंगे परिणाम
शाम तक सभी परिणाम आने की संभावना है। देखना यह होगा कि 2359 ग्राम पंचायतों में से बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना के दोनों गुट, राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुट कितनी-कितनी ग्राम पंचायतों में जीत का दावा कर रहे हैं। नागपुर के 357 ग्राम पंचायतों की जगह पर उप चुनाव सरपंच पद के लिए 1186 और सदस्य पद के लिए 6882 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। इस चुनाव में कई बड़े नेताओं की साख दाव पर लगी है, क्योंकि कई बड़े नेताओं ने इस चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई थी। इस चुनाव में अजित पवार, कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, बीजेपी नेता पंकजा मुंडे, हर्षवर्द्धन पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, अदिति तटकरे, गुलाबराव पाटिल, शाहजी बापू पाटिल समेत कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
सभी दलों की टिकी नजरें
वहीं राज्य में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले इस चुनाव को अहम माना जा रहा है। इस चुनाव के परिणामों से राजनीतिक दलों की अंदर तक कितनी पैठ है इस बात का अंदाजा लगाया जा सकेगा। यही वजह से सभी राजनीतिक दलों की नजर इस उपचुनाव की मतगणना पर टिकी हुई है। इस चुनाव में सबकी नजर एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना, उद्धव ठाकरे गुट, अजित पवार की एनसीपी, शरद पवार गुट और कांग्रेस पर है।
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