
नागपुर में हुई हिंसा के बाद विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, "विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कल शांतिपूर्ण तरीके से पूरे महाराष्ट्र में सैकड़ों स्थानों पर औरंगजेब की कब्र हटाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। नागपुर में भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन खत्म हो गया था, उसके बाद हमारे कार्यकर्तओं पर सुनियोजित हमला किया गया। औरंगजेबी मानसिकता का समूल नाश करने के लिए हमने प्रदर्शन किया था। नागपुर में भी पूरा कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया था, उसके बाद औरंगजेबी मानसिकता के लोग वहां इकट्ठे हुए और उन्होंने मस्जिद में जाकर प्लानिंग की। उस प्लानिंग में बाहरी लोगों को भी साथ लिया गया और उसके बाद सीधा हमला किया गया।"
क्या बोले विनोद बंसल
उन्होंने कहा, "हमले के दौरान चिन्हित करके पुलिस और हिंदुओं को टारगेट किया गया। औरंगजेबी मानसिकता का संपूर्ण नाश करेंगे यह हमारा संकल्प है। हमने मांग की है कि जहां पर औरंगजेब की कब्र है, वहां पर औरंगजेब को हराने वाले महाराजाओं का एक बड़ा स्मारक बने। औरंगजेब की कब्र के साथ औरंगजेबी मानसिकता को देश से विदा करना है। कब्र की सुरक्षा बढ़ाना सरकार का काम है, लेकिन कब्र वहां से हटेगी, वहां विजेताओं का स्मारक बनाए जाएं।" उन्होंने कहा कि आयते जलाने की बात सरासर झूठ है और अन्याय पूर्ण है। विश्व हिंदू परिषद या बजरंग दल का कोई कार्यकर्ता किसी धर्म के खिलाफ ना बोलता है ना कुछ करता है। हिंसा फैलाने के लिए झूठ का सहारा लिया जा रहा है। इस तरह की बातें करना सरासर झूठ है। एक हरा कपड़ा था जिसके ऊपर औरंगजेब का एक चित्र थी, जिसे कार्यकर्ताओं ने जलाया है और सब कुछ कैमरे के सामने हुआ है।
वीएचपी ने जारी की प्रेस रिलीज
इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद ने प्रेस रिलीज भी जारी की है। प्रेस रिलीज में विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि नागपुर में अफवाह फैलाकर, हिंसा व आगजनी करने वाले जिहादियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए तथा औरंगजेब की कब्र के स्थान पर पूज्य धनाजी जाधव, संताजी घोरपडे, छत्रपति राजाराम महाराज जी का स्मारक बने। विहिप के केंद्रीय संगठन महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने घटना की आलोचना करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र के नागपुर में कल रात को जो आगजनी और हमले की घटनाएं एक वर्ग द्वारा की गईं वो पूर्णतः निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि हमारे युवा विभाग बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले किए गए, उन्होंने हिंदू समाज के अनेक घरों को निशाना बनाया और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया। विश्व हिंदू परिषद इस सब की घोर शब्दों में निंदा करता है।