मुंबई: महाराष्ट्र की सियासी दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट के पूर्व विधायक विजय शिवतारे के बारामती सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से बीजेपी, शिवसेना और NCP के गठबंधन महायुति में खलबली मच गई है। बता दें कि बारामती लोकसभा सीट से उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है, ऐसे में शिवतारे के ऐलान ने महायुति के घटक दलों के लिए मुश्किल पैदा कर दी है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवतारे को 2 बजे वर्षा बंगले पर मिलने के लिए बुलाया है।
पवार परिवार के वर्चस्व को खत्म करना है: शिवतारे
बता दें कि विजय शिवतारे ने पुणे के बारामती सीट पर पवार परिवार के वर्चस्व को खत्म करने की बात कहते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। शिवतारे ने कहा था कि वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरेंगे क्योंकि बारामती किसी की जागीर नहीं है। शिवतारे ने यह भी कहा वह महायुति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह बारामती के उन साढ़े 5 लाख मतदाताओं के लिए लड़ेंगे जो पवार परिवार के दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ हैं। शिवतारे ने कहा कि बारामती की जनता पवार खानदान से त्रस्त हो चुकी है, इसलिए किसी को तो पवार परिवार के खिलाफ हिम्मत करनी पड़ेगी।
सुप्रिया और सुनेत्रा पवार में हो सकता है मुकाबला
बता दें कि बारामती को पवार परिवार का गढ़ माना जाता है और शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले यहां से लगातार 3 बार से सांसद हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर NCP (शरदचंद्र पवार) की तरफ से उन्हें चुनावी मैदान में उतारे जाने की पूरी उम्मीद है तो दूसरी तरफ NCP की तरफ से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार का नाम चर्चा में है। ऐसे में विजय शिवतारे की चुनौती से अजित पवार की पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। बता दें कि विजय शिवतारे और अजित पवार में पुरानी सियासी अदावत है। अगर यह मसला नहीं सुलझता है तो शिंदे की शिवसेना और अजित की NCP में विवाद बढ़ना तय है।