शिवसेना से बगावत कर निर्दलीय मैदान में उतरे महेश गायकवाड़ ने सोमवार (28 अक्टूबर) को शक्ति प्रदर्शन किया। वह हजारों लोगों को लेकर सड़क पर उतरे। इस दौरान उन्होंने महायुति उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव जनता का होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें बगावत करके चुनाव लड़ने का कोई शौक नहीं था, अगर सही उम्मीदवार को टिकट दिया जाता, लेकिन एक भ्रष्ट नेता को टिकट दिया गया है।
शिवसेना (शिंदे गुट) से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी महेश गायकवाड़ ने कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी दर्ज की है। उन्हें भारी जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है। जनता की इस भीड़ को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार चुनाव परिणामों में अप्रत्याशित मोड़ आ सकता है। भाजपा, शिवसेना (ठाकरे गुट), वंचित बहुजन आघाडी और निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है।
शहर की दयनीय स्थिति पर जताई चिंता
महेश गायकवाड़ ने फॉर्म भरने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शहर की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शहर पूर्व में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। सड़कें खराब हैं, गार्डन जर्जर हैं, स्कूलों की हालत खराब है, और अस्पतालों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है, जिससे नागरिकों को असुविधा हो रही है। उन्होंने महायुति के उम्मीदवार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जो व्यक्ति पुलिस थाने में गोली चलाने का साहस करता है, उसके परिवार को टिकट कैसे दिया जा सकता है? उन्होंने यह भी कहा कि अगर उस व्यक्ति के स्थान पर कोई और होता, तो उन्हें यह कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती।
महेश गायकवाड़ की उम्मीदवारी और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों ने चुनावी माहौल को और भी गर्मा दिया है, जिससे अब सभी दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।
(कल्याण से सुनील शर्मा की रिपोर्ट)