कोल्हापुर जिले के कौलव (तहसील राधानगरी) गांव में नरबलि देने की वजह ऐसी है कि आप सुनकर चौंक जाएंगे। गांव में एक रिहायशी मकान में चार से पांच फीट का गड्ढा खोदकर अघोरी पूजा चल रही थी। इसकी भनक लगते ही गांव के सरपंच रामचन्द्र कुंभार ने पुलिस से संपर्क किया और इस मामले का पर्दाफाश कर दिया है। बताया जाता है कि अघोरी पूजा करनेवालों समेत मकान मालिक को राधानगरी पुलिस ने आधी रात में गिरफ्तार कर लिया है। अगर ऐसा नहीं होता तो एक बलि देने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। कहा जा रहा है कि गुप्त धन के लालच में यह सब चल रहा था।
चल रही थी अघोरी पूजा
घटना स्थल और राधानगरी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कौलव गांव के युवक शरद धरमा कांबले ने अपने घर के अंदर गुप्त धन पाने के लिए अघोरी पूजा शुरू की थी, आवास पर देवता के सामने और कुछ तांत्रिक तंत्र मंत्र की पूजा कर रहे थे, यह बात गांव के सरपंच रामचन्द्र कुंभार को पता चली। उन्होंने तुरंत राधानगरी पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंची राधानगरी पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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सरपंच कुंभार और पूर्व उपसरपंच और सदस्य अजीत पाटिल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से इस घर में कुछ धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे थे। मामला उजागर हुआ तब देखा गया कि मांत्रिक केले के पत्ते पर चटाई रखकर हल्दी-कुंकुम, सुपारी, नारियल के पत्ते, नींबू में कील लगाकर पूजा कर रहा था। संदिग्ध आरोपी चंद्रकांत धूमाल गले में रुद्राक्ष की माला और अलग-अलग मोतियों की माला पहने हुए कुछ मंत्रों का जाप कर रहा था। उनके बगल में ही संदिग्ध आरोपी शरद माने बैठा था।
आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी
अंदर के कमरे में जाने पर मंदिर के सामने लगभग चार से पांच फीट गड्ढा खोदा हुआ था। जब सदस्य पाटिल ने आरोपी से इस बारे में पूछा, तो संदिग्ध आरोपी संतोष लोहार ने कहा कि वह यह पूजा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसे गुप्तधन मिलेगा। तभी संदिग्ध आरोपी आशीष चव्हाण ने सरपंच और अन्य लोगों को धमकी दी कि चले जाएं नहीं वो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।.इसके बाद ग्राम पंचायत सदस्य और पूर्व उपसरपंच अजीत पाटिल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस के सामने मामले का खुलासा हुआ।
(कोल्हापुर से समीर मुजावर की रिपोर्ट)