राहुल गांधी इन दिनों महाराष्ट्र में हैं और वह भारत जोड़ों यात्रा का नेतृत्व भी कर रहे हैं। जहां-जहां वह जा रहे है वहां के स्थानीय सरकारों को निशाने पर ले रहे हैं। इसी बीच उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी वीर दामोदर सावरकर को लेकर एक विवादित बयान दे दिया। जिसके बाद वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर राहुल गांधी के बयान से काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वह वीर सावरकर के अपमान को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी और कांग्रेस ने वीर सावरकर का अपमान किया हो। इससे पहले भी वे ऐसा करते आए है। इसलिए मैंने राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया है।
राहुल गांधी को इतिहास पढ़ने की जरूरत है -रंजीत सावरकर
इंडिया टीवी की संवाददाता नम्रता दुबे से बात करते हुए रंजीत सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी कहते है कि वीर सावरकर देश विरोधी काम कर रहे थे। राहुल गांधी ने तो उनके त्याग को मजाक बना कर रख दिया है। जब वह रतनगिरी जेल से बाहर आए तब उनकी उम्र 54 साल थी और जब जेल गए थे तब उनकी उम्र मात्र 24 साल थी। उन्होंने देश के लिए अपनी पूरी जवानी बर्बाद कर दी। वीर सावरकर एक जमिंदार थे उनके पास करोड़ों की जमीनें थी उन सभी जमीनों को जब्त कर लिया गया लेकिन उन्होंने देश के लिए वह सब छोड़ दिया।
कांग्रेस ने हमेशा क्रातिकारियों का अपमान किया है
चंद्रशेखर आजाद और बिरसा मुंडा की मां गरीब स्थिति में थी। इन्होंने उन्हें पेंशन का एक पैसा तक नहीं दिया। बिरसा मुंडा जी के लिए कांग्रेस ने क्या किया है? राहुल गांधी को किसी ने स्क्रिप्ट दी और इन्होंने पढ़ ली, इनको कोई इतिहास ही नहीं पता है। रंजीत सावरकर ने जवाहरलाल नेहरू पर आरोप लगाते हुए कहा कि नेहरू ने काले कारनामे किए हैं। नेहरू जब 1921 में जेल में थे तब वह जेल में रहते हुए भी टैक्स भरते थे और देशवासियों से अपील करते थे कि आपलोग कोई टैक्स मत भरिए। ताकि देश के लोगों को सजा भुगतनी पड़े। वह लोगों से कहते थे कि आप बहिष्कार करो और खुद टैक्स भरते थे। सारे पत्र मेरे पास मौजूद है यह देशद्रोह था? कांग्रेस में चाटुकारिता की परंपरा शुरू हुई है युवराज ने जो कह दिया वह सही है। अब तो राहुल गांधी अध्यक्ष भी नहीं हैं क्योंकि इन्होंने कोई पढ़ाई नहीं की है। कभी खुद अंग्रेजों ने भी नहीं कहा कि सावरकर जी ने माफी मांगी, सावरकर जी ने जो पत्र लिखे वह सार्वजनिक माफी की थी जिसे खुद अंग्रेजो ने रिमार्क किया था। सभी को छोड़ने के लिए उन्होंने पत्र लिखा था, यह कोई व्यक्तिगत माफी नहीं थी।
वीर सावरकर ने अपनी पूरी जवानी देश के लिए न्योछावर कर दी
सावरकर जी 14 सालों तक अंडमान के 10 बाय 12 की कोठरी में रहते थे। मगर रत्नागिरी में आने के बाद उन्हें 6 बाय 8 की जेल में रखा गया। 3 साल यह अत्याचार उन्होंने सहे, मुझे बताए कोई कांग्रेस का नेता जिसने यह अत्याचार सहे हो। इसके बाद उन्हें रत्नागिरी में ट्रांसफर किया गया। 13 साल रखा लेकिन आखिर के 6 महीने 60 रुपए जो कानून भत्ता देना चाहिए। चूंकि वह बैरिस्टर थे और उन्हें अंग्रजों ने वकालत नहीं करने दिया तो किसी की उपजीविका अगर बंद कर दे तो सरकार उसे भत्ता देती थी उस वक्त का यह कानून था और कांग्रेस के कई नेताओं को ऐसे भत्ते मिले, उनको तो 150 रुपए मिलते है। सावरकर जी को हर महीना कितना मिला होगा कुल 6 महीने का 5 हजार, उसमें आप कह रहे है कि 5 हजार में आदमी बिक गया। उन्होंने अपनी पूरी जवानी देश के लिए न्योछावर कर दी।
एक बार फिर मैं राहुलगांधी के खिलाफ केस करूंगा
2017 में उन्होंने आजाद को देशप्रेमी और सावरकर को देशद्रोही कहा था तब भी मैंने कोर्ट केस किया था आज मैं फिर जाकर राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रहा हूं। भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर जब तक कांग्रेस अपना प्रचार करे हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उसी बीच ऐसी बातें करेंगे तो हमे बर्दाश्त नहीं है। आपके पुरखों ने क्या किया उसका जवाब दो आप।