भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर मध्य मुंबई से दमदार उम्मीदवार उज्जवल निकम को मैदान में उतारा है। इससे महाविकास अघाड़ी की मुश्किलें बढ़ गई है। दरअसल उज्जवल निकम पेशे से वकील हैं। ये कोई आम वकील नहीं बल्कि नामचीन वकीलों में इनका नाम शुमार है। इन्हें पद्मश्री के सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। मुंबई पर हुए 26/11 के हमले में अजमल कसाब को फांसी तक ले जाने के क्रम में इन्होंने ही भारत सरकार का पक्ष रखा। वहीं मुंबई में 1993 में हुए बम धमाके में याकूब मेमन को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने का काम भी उज्जवल निकम ने ही किया था। खैरलांजी दलित हत्याकांड हो या मुंबई रेल धमाके, ऐसे तमाम मामले हैं जहां उज्जवल निकम ने सरकार का पक्ष रक्षा और देशद्रोहियों को फांसी के फंदे तक पहुंचाया।
उज्जवल निकम को भाजपा ने बनाया उम्मीदवार
मुंबई के उत्तर मध्य सीट से भाजपा ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है, इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल उज्जवल निकम को एक देशभक्त और राष्ट्रभक्त चेहरे के तौर पर भाजपा पेश करने में लगी है। भाजपा अब सवाल उठा रही है कि कसाब को फांसी तक पहुंचाने वाले, शिवसेना भवन पर 1993 में बम धमाके कराने वाले याकूब मेमन को फांसी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले उज्जवल निकम का लोग साथ देंगे या नहीं? या फिर लोग उनका साथ देंगे जो याकूब मेमन की कब्र पर सजावट करते हैं।
भाजपा में क्यों शामिल हुए उज्जवल निकम
बता दें कि शनिवार को उज्जवल निकम ने विले पार्ले स्थिति भाजपा दफ्तर में भाजपा की सदस्यता ली। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार की उपस्थिति में निकम भाजवा में शामिल हुए। इसके बाद उन्हें उत्तर मध्य मुंबई सीट से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया। उज्जवल निकम ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में कहा कि उन्होने बीजेपी को इसलिए चुना क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा में कई अहम फैसले किए, जिससे अब दुश्मन राष्ट्रों की हमारे देश की तरफ नजर उठाने की हिम्मत नहीं होती।
'मोदी है तो मुमकिन है'
उन्होंने कहा कि हमारे देश पर अब कोई आतंकी हमला करने की हिम्मत नहीं करता। जब पुलवामा हमला हुआ तो मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक करके करारा जवाब दिया। मोदी सरकार आतंकवाद के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है। उन्होंने कश्मीर से 370 हटाई। जब यूक्रेन और रूस का युद्ध चल रहा था, तब मोदी दोनों देशों से बात कर रहे थे। हमारे संबंध किसी भी राष्ट्र से खराब नहीं हुए। मोदी ने भारत समेत पाकिस्तान के भी नागरिकों को संकट के समय युद्ध क्षेत्र से बाहर निकाला। यह सिर्फ नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं। मोदी के कारण देश का दुनिया में गौरव भी बढ़ा है। इसी कारण उन्होंने BJP ज्वाइन करने का फैसला किया।