मुंबई की अंधेरी (ईस्ट) सीट से ऋतुजा लटके की एकतरफा जीत पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे बड़े गदगद हैं। इस चुनाव में जीत पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है। उद्धव ने इशारों में बीजेपी पर हमला बोला है। उद्धव ने कहा कि लड़ाई की शुरुआत इस उपचुनाव में जीत से हो गई है। इसीलिए भविष्य के लड़ाई की चिंता नहीं है। हमने एकता से ये लड़ाई लड़ी है और हमारा पूरा भरोसा है कि हम आगे भी आने वाले चुनाव में जीत हासिल करेंगे।
बीजेपी पर इशारों में साधा निशाना
उन्होंने नोटा के दूसरे नंबर पर आने पर इशारों में बीजेपी पर निशाना साधा। उद्धव ने कहा कि नोटा के पीछे कौन है-सब जानते हैं। बीजेपी ने क्या किया, मुझे इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी हैं। सभी वोटर्स का मैं धन्यवाद करना चाहता हूं।
दरअसल, आज 6 नवंबर को आए परिणाम में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार ऋतुजा लटके ने रविवार को मुंबई की अंधेरी (ईस्ट) विधानसभा सीट पर उपचुनाव में एकतरफा विजय प्राप्त की है। ऋतुजा को 66,530 वोट मिले, उसके बाद दूसरे नंबर पर नोटा को 12806 मत प्राप्त हुए। इस सीट पर कुल 86,570 वोट डाले गए थे। यहां ऋतुजा के अलावा 6 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी समर में थे। बता दें कि NOTA वोटर्स को चुनाव में किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान ना करने का विकल्प देता है।
ये सिर्फ एक लड़ाई की शुरुआत है
उपचुनाव के नतीजे आने के बाद ऋतुजा लटके ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। वे उनके आवास मातोश्री पहुंचीं। उसके बाद ठाकरे ने कहा- 'ये सिर्फ एक लड़ाई की शुरुआत है। (पार्टी) चिन्ह महत्वपूर्ण है, लेकिन लोग चरित्र की भी तलाश करते हैं।
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे में तब ठन गई थी, जब एकनाथ शिंदे बागी विधायकों को लेकर गुवहाटी चले गए थे। इसके बाद बीजेपी के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे ने सरकार बनाई थी और वे सूबे के सीएम बने। तब से ही उद्धव गुट और शिंदे गुट में असली शिवसेना को लेकर खींचतान मची। उद्धव ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि लोग हमारा समर्थन करते हैं। उद्धव ने कहा कि शिवसेना का नाम और पार्टी का चुनाव चिन्ह (धनुष और तीर) इस चुनाव से पहले (चुनाव आयोग द्वारा) फ्रीज कर दिया गया था। उपचुनाव में नोटा के पक्ष में डाले गए 12,000 से ज्यादा वोटों के बारे में ठाकरे ने कहा- अगर हमारे विरोधी चुनाव मैदान में होते, तो उनके उम्मीदवार को उतने ही नोटा वोट मिलते।
मई में रमेश लटके के निधन से खाली हुई थी सीट
इस साल मई में शिवसेना विधायक और ऋतुजा लटके के पति रमेश लटके का निधन हो गया था, जिसके बाद ये सीट खाली हो गई थी।शिवसेना के रमेश लटके दो बार अंधेरी (पूर्व) विधानसभा सीट से विधायक रहे।