शिवसेना यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने विजयादशमी के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उनके भाषण में कुछ अलग देखने को मिला। दरअसल इससे पहले दिए गए भाषणों में उद्धव ठाकरे अपनी भाषण की शुरुआत मेरे देशवासियों और देशभक्त कहकर करते थे। लेकिन आज उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत यहां आए मेरे तमाम हिंदू भाईयों-बहनों से किया। उद्धव ठाकरे ने संबोधन में कहा, "यहां आए मेरे हिंदू भाईयों और बहनों, मेरा सबकुछ छिन जाने के बाद भी आप मेरे साथ खड़ें हैं। इसलिए उनकी कितनी भी पीढ़ियां आ जाएं, लेकिन मैं उनको गाड़ कर भगवा फहराउंगा।" उन्होंने कहा कि मेरे पिता के मौत के बाद रतन टाटा मेरे घर पर आए थे और कहा था कि हम दोनो की बड़ी विरासत है। बालासाहेब ने तुझे देखा है, कैसे तू मुश्किल समय में काम करता है। ये सब देखने के बाद ही बालासाहेब ने तुझे कमान सौंपी है, जो तुझे सही लगेगा वो करना।
भाजपा पर बरसे उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि मैने बालासाहेब का विचार छोड़ा नहीं है। उनके (एकनाथ शिंदे) लिए अदानी हमारी जान और हम मोदी के स्वान (कुत्ता) हैं। बीजेपी कौरवों की तरह है। इस देश में कोई पार्टी नहीं रहनी चाहिए ये इनकी सोच है। ये हमारा पाप है कि जब इनको महाराष्ट्र में कोई पूछता नहीं था तब हमने बीजेपी को कंधे पर बिठाया। लेकिन अब बीजेपी को कंधा देना है हमें। मोदी को लग रहा है कि शिवाजी महाराज वोट की मशीन हैं। शिवाजी हमारे भगवान हैं। उन्होंने कहा, "मैं आपको वचन देता हूं, हमारी सरकार आने पर महाराष्ट्र के हर जिले में शिवाजी महाराज का मंदिर बनाउंगा, वो हमारे भगवान हैं। देश के हर राज्य में शिवाजी का मंदिर बनना चाहिए। मोदी शिवाजी महाराज EVM नहीं हैं। जो शिवाजी के मंदिर का विरोध करेगा उसे जनता देखेगी। क्या मोदी का मंदिर बनना चाहिए?
मोहन भागवत और संघ का करता हूं सम्मान: उद्धव ठाकरे
उन्होंने कहा कि मैं मोहन भागवत और संघ का सम्मान करता हूं, लेकिन वो जो करते हैं, उसका सम्मान नहीं करता हूं। वो कह रहें है कि हिंदुओं की रक्षा करो फिर 10 साल से क्या कर रहे हो। बीजेपी की सत्ता है तो कह रहें है कि हिंदू खतरे में है, लेकिन कांग्रेस के सरकार में कहतें थे इस्लाम खतरें में है। बीजेपी अब हाईब्रिड हो गई है। बीजेपी चोर और गद्दारों को अपने सिर पर बिठा रही है। मंहगाई रोक नहीं सकतें है और गाय के पीछे छिपने का प्रयास कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि गौरक्षकों ने आर्यन मिश्रा को गोमांस के शक में मार डाला लेकिन दूसरे दिन कहीं खबर नहीं आई। अगर वो आर्यन खान या आर्यन शेख होता तो कितना हंगामा होता। देश में हिंदू-मुस्लिम करने का प्रयास हो रहा है। ठाकरे ने कहा कि जाति-पाति भूलकर मराठी के तौर पर इकठ्ठा हो यही बाल ठाकरे ने कहा था।