पटना में विपक्षी दलों की बुलाई गई बैठक में भाग लेने के लिए कल उद्धव ठाकरे भी पहुंचे थे। उद्धव ठाकरे लगातार एकनाथ शिंदे तो कभी देवेंद्र फडणवीस को लेकर बयान दे रहे हैं। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जिस तरह की भाषा उद्धव ठाकरे इस्तेमाल कर रहे है, वो देवेंद्र फडणवीस के परिवार पर टिप्पणी कर रहे, क्या यह बालासाहेब की संस्कृती है? इस तरह से बातें करना उन्हें शोभा नही देता। मैं फडणवीस को पिछले 20 सालों से जानता हूं। उद्धव ने खुद उन्हें करीब से देखा है, वो सब जानते है।
क्या यही बाला साहेब की संस्कृति?
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि वो शायद भूल गए की ऐसी कई बातें है, जिसके बारे में फडणवीस को पता है लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। कई बार उन्हें बचाया भी है और आज वही उद्धव फडणवीस के परिवार के बारे में बात करने की धमकी देते है। यह किस तरह की राजनीति है? उद्धव ठाकरे को पीएम नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फडणवीस को धन्यवाद देना चाहिए। यह बहुत ही दुखद है कि ED की करवाई को लेकर उद्धव इतने परेशान हो गए है। जब कुछ गलत किया नहीं तो फिर घबराहट किस बात की है? दूध का दूध और पानी का पानी हो जाने दो। मैं तो कहता हूं कि जहां भी भ्रष्टाचार का मामला है ED को शिकायत दो। इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है। ED जो कुछ कर रही वो उनका काम करने का तरीका है।
उद्धव पर भड़के एकनाथ शिंदे
सीएम शिंदे ने कहा कि जो बालासाहेब कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर लड़ाई लड़ रहे थे और जो परिवार इसे कायम रखने के लिए लड़ रहा था उस महबूबा मुफ्ती के बगल में उद्धव बैठे थे। जो जेल में सजा काट चुके है वो उस लालू यादव के साथ बैठे दिखाई दिए। शिंदे ने कहा कि ढाई साल के मुख्यमंत्री कार्यकाल में जो सिर्फ दो बार ही मंत्रालय गया हो, वह नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए भ्रष्ट लोगों के साथ गठबंधन करने के लिए पटना पहुंच गया और यह कहते हैं कि 1 जुलाई को बीएमसी के बाहर भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा निकालेंगे। किस मुंह से मोर्चा निकालेंगे?