मुंबई. 21 मई को महाराष्ट्र में विधान परिषद का चुनाव होना है। इस चुनाव में उद्धव ठाकरे का MLC चुना जाना तया है। उद्धव ठाकरे ने इस चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने एमएलसी चुनाव में अपनी संपत्ति को लेकर जो हलफनामा दाखिल किया है, उसके अनुसार न तो उनके और न ही उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे के पास कोई वाहन है।
हलफनामे के अनुसार उद्धव और उनकी पत्नी रश्मि के पास कुल 143 करोड़ 26 लाख 74 हजार रुपये की चल और अचल संपत्तियां है। सीएम उद्धव ठाकरे कुल दो बंगलों के मालिक है लेकिन उनके पास एक भी वाहन नहीं है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कुल 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनके पास 24 करोड़ 14 लाख 99 हजार 593 करोड़ की चल संपत्ति और 52 करोड़ 44 लाख 57 हजार 948 रुपये की अचल संपत्ति है।
उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के पास 65.9 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां हैं। इसके अलावा HUF (कैबिनेट मंत्री और बड़े बेटे आदित्य ठाकरे, छोटे बेटे तेजस ठाकरे और परिवार के अन्य सदस्यों की संपत्ति) के पास 1.58 करोड़ की अतिरिक्त चल संपत्ति है। मुख्यमंत्री ठाकरे पर 4.6 करोड़ रुपये और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे पर 11.44 करोड़ रुपये का लोन भी है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने 21.68 करोड़ रुपये बांड्स मे निवेश किया है और 1.60 करोड़ रुपये लकी बैंक में फिक्स डिपाजिट रखा है। उनके पास 3 लाख रुपये की पोस्टल सेविंग और 23 लाख 20 हजार रुपए की ज्वैलरी है। पत्नी रश्मि ठाकरे के पास 1.35 करोड़ रुपये की ज्वैलरी है। इसके अलावा बैंक में 34.86 लाख रुपये की एफ.डी. है। सीएम ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे ने बॉन्ड्स में कुल 33.79 करोड़ रुपये का निवेश है।
रायगड़ जिले में उद्धव ठाकरे के नाम पर 5 करोड़ की जमीन है। जबकि महाराष्ट्र के रायगड जिले के खालापुर में पांच कृषि जमीन, जिसका वर्तमान बाजार मूल्य 5.6 करोड़ रुपए बताया गया है। अहमदनगर जिले में 13.64 करोड़ रुपए की अकृषि जमीन, बांद्रा में दो निवासी बिल्डिंग हैं। शिवसेना प्रमुख के निवास 4410 स्क्वायर फिट के मातोश्री बंगले की मौजूदा बाजार कीमत 14.44 करोड़ रुपये दिखाई गयी है। मुंबई पश्चिमी उपनगर के बांद्रा में 13235 स्कवायर फीट के दूसरे बंगले की मौजूदा बाजार मूल्य 19.29 करोड़ रुपए बताया गया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कुल 23 अपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें से 12 मामलों की जांच के बाद उनका नाम उसमें से हटा दिया जा चुका है। सीएम ठाकरे पर ज्यादातर मामले शिवसेना मुखपत्र सामना में लिखे विवादित लेखों, खबरों और कार्टून्स से जुड़े हुए हैं। ठाकरे बिना कानूनी इजाजत के मोर्चा निकालने, भड़काऊ भाषण और चेक बाउंस तक के मामले में भी आरोपी हैं।