लोकसभा चुनाव के लहर शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान करने वाला है। ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच दिग्गज नेताओं को अपने साथ लाने की होड़ मची हुई है। इसी क्रम में शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता नितिन गडकरी को उनके साथ आने का ऑफर दिया है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उद्धव ठाकरे के बयान को अपरिपक्व और हास्यास्पद करार दिया है।
क्या बोले थे उद्धव?
मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने गडकरी को MVA के साथ आने का ऑफर दिआ था। उन्होंने कहा था कि अगर गडकरी का अपमान हो रहा है तो वे भाजपा छोड़ दें और महा विकास आघाडी में शामिल हो जाए। उद्धव ने कहा था कि वह गडकरी की जीत सुनिश्चित करेंगे और उनकी सरकार आने पर गडकरी को मंत्री बनाएंगे और यह शक्तियों वाला पद होगा।
क्यों उठी ये बात?
पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसद में एक रैली में ठाकरे ने कहा कि पूर्व कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह जैसे लोगों का नाम, जिन्हें भाजपा कथित भ्रष्टाचार को लेकर निशाना बनाती थी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची में शामिल था लेकिन गड़करी का नाम गायब था।
गडकरी ने दिया जवाब
नितिन गडकरी ने उद्धव ठाकरे के ऑफर को अपरिपक्व और हास्यास्पद करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की एक प्रणाली है। उद्धव के बयान के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा कि शिवसेना नेता को भाजपा नेताओं के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि ठाकरे का सुझाव आगामी लोकसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में टिकट वितरण पर भाजपा की चर्चा से काफी पहले आया है। (इनपुट: भाषा)
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