Highlights
- उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर किया तीखा वार
- "मुख्यमंत्री तक ठीक था, अब लोग शिवसेना प्रमुख होने लगे"
- "दशहरा रैली के लिए मैदान न मिले, खोका सुरों ने तैयारी की थी"
Uddhav Thackeray: ऊद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट पर बड़ा हमला बोला है। शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह फ्रीज होने के बाद ऊद्धव ठाकरे पहली बार बोले हैं। ऊद्धव ने कहा कि 40 सिर के रावण ने प्रभु श्री राम का धनुष बाण फ्रीज किया है। शिवसेना आपकी राजनीतिक माता हैं और उसी के सीने में छुरा भोंक दिया। उन्होंने कहा कि शिंदे गुट से ज्यादा खुशी बीजेपी को होगी कि देखो हमने आपके ही लोगों को फोड़कर आपकी शिवसेना फ्रीज करा दी।
शिंदे गुट को बताया 'खोका-सुर'
उद्वव ने आगे कहा अब कुछ लोग खुद ही शिवसेना प्रमुख बनना चाह रहे हैं। ये अब कुछ ज्यादा ही हो रहा है। शिवाजी पार्क में दशहरा मेला न हो इसका प्रयास 'खोका-सुरों' ने किया। दो सम्मेलन हुए, एक तरफ फाइवस्टार इवेंट हुआ, दूसरी तरफ सूखी भाकरी खाकर आम आदमी शिवाजी पार्क में आया था। उन्होंने कहा कि उद्वव ठाकरे कौन है, मैं उद्वव बालासाहेब ठाकरे हुं, इसलिए मेरी कीमत है।
शिवसेना की शुरुआत का याद किया किस्सा
उद्धव ने कहा कि शिवाजी पार्क में हमारा वन बीएचके कमरा था। अचानक मेरे दादाजी ने बालासाहेब से पूछा कि इतने लोग आ रहे अपनी समस्या लेकर, कोई संगठन बनाओगे कि नहीं। बालासाहेब ने कहा विचार चल रहा है। बालासाहेब को प्रबोधनकार ने कहा शिवसेना नाम रखो। ऐसे शिवसेना की शुरुवात हुई। ठाकरे ने कहा कि मराठी माणुस के भले के लिए, महाराष्ट्र के हितों के लिए शिवसेना बनी। पहला चुनाव ठाने पालिका का जीते, बाद में कई लोग शामिल हुए। हर संकट में, विपदा में, शिवसैनिक डटकर खड़ा रहा। उद्धव ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है, उन्होंने ही ऐसा किया, लेकिन बहुत लोग थे जिन्होंने त्याग बलिदान दिया।
"मां के सीने में ही छुरा भोंक दिया"
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ठाकरे ने मुख्यमंत्री शिंदे पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कल चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह फ्रीज किया। 40 सिर के रावण ने प्रभु रामचन्द्र का धनुष फ्रीज किया। मुझे दुख तो हुआ पर गुस्सा इस बात का है कि आपने आपकी मां के सीने में ही छुरा भोंक दिया। इन लोगों से ज्यादा, इनके पीछे जो शक्ति है उनको ज्यादा खुशी हुई होगी कि देखो हमने कर दिखाया।
"इस्तेमाल के बाद बोतल की तरह फेंक दिए जाएंगे"
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की एकता तोड़कर क्या मिला? शिवसेना के नाम से आपका क्या संबंध? जो शंदे गुट है, उनको भी समझ में नहीं आ रहा कि बीजेपी कैसे उनका इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि जब आपका उपयोग खत्म होगा, आपको भी फेक दिया जाएगा, जैसे ब्रांडेड कम्पनी का शरबत पीकर हम बोतल फेंक देते हैं।
"बालासाहेब चाहिए पर उनका पुत्र नहीं"
ठाकरे बोले कि शिवसैनिकों को धमकाया जा रहा है। जो आपातकाल में इंदिरा गांधी ने नहीं किया, उससे ज्यादा ज्यादती आज हो रही है। कांग्रेस ने कभी शिवसेना पर बैन लगाने की कोशिश नहीं की, लेकिन आप शिवसेना को ही खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे मेरे पिता और दादाजी ने सिखाया है कि आत्मबल, आत्मविश्वास होगा तो डरने की जरूरत नहीं। मैं लड़खड़ाया नहीं आप भी मत लड़खड़ाओ। उद्धव ने कहा कि अगर हिम्मत है तो बालासाहेब का नाम मत इस्तेमाल करो। आपको बालासाहेब चाहिए पर बालासाहेब का पुत्र नहीं। ठाकरे परिवार छोड़ शिवसेना आपको गुलाम बना के रखना है।
"हमने नाम दे दिए, सामने वालों ने कुछ नहीं दिया"
उद्धव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग के इस निर्णय की मुझे अपेक्षा नहीं थी। मुझे न्यायदेवता पर विश्वास है। हमे इंसाफ मिलेगा। कल चुनाव आयोग के आदेश देने के बाद हमने 3 चिन्ह दिए हैं। त्रिशूल, उगता सूरज, और मशाल। 3 नाम दिए- शिवसेना बालासाहेब ठाकरे, शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकार ठाकरे, शिवसेना ऊद्धव बालासाहेब ठाकरे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का धन्यवाद उन्होंने हमारी दी जनाकारी जनता को बताई। सामने वालों ने अभी तक कुछ नहीं दिया। ठाकरे ने अपील की कि चुनाव आयोग अंधेरी के उपचुनाव से पहले हमें चिन्ह और नाम दे।