ऊद्धव ठाकरे परिवार और उनके निवास मातोश्री की सुरक्षा में कटौती करने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। पुलिस और सरकार का कहना है कि शिवसेना (UBT ) नेताओ के दावों में कोई दम नही है। आरोप है कि ऊद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे तब उन्हें Z+ सुरक्षा मिली थी। जिसमे कुल 5 गाड़ियां होती थी। इसमें एक बुलेटप्रूफ कार, 2 एस्कॉर्ट कार, 1 पायलट कार और एक क्विक रेस्पॉन्स टीम की कार होती थी। बता दें कि ऊद्धव ठाकरे की सुरक्षा कैटगरी अब भी Z प्लस है लेकिन आरोप है कि उनके काफिले में से एक एक्सकोर्ट, एक पायलट और एक QRT कार कम कर दिया गया है।
ठाकरे परिवार की सुरक्षा में कटौती?
वही अदित्य ठाकरे को Y प्लस सुरक्षा दी गई थी। अब भी उनकी सुरक्षा कैटगरी Y प्लस है लेकिन अदित्य के काफिले में पहले उनकी पर्सनल कार और 2 एस्कॉर्ट कारें थीं। आरोप लगाया जा रहा है कि अब एक एक्सकोर्ट कार कम कर दी गई है। साथ ही ऊद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के मुख्य प्रवेशद्वार से Qrt और स्टेट रिजर्व पुलिसकर्मियों को हटाया लिया गया है। रश्मि ठाकरे की सुरक्षा में 2 एस्कॉर्ट गाड़िया थी जुसमे से एक गाड़ी कम कर दी गई है। इस मुद्दे पर अदित्य ठाकरे ने कहा सुरक्षा कटौती पर ज्यादा नही बोलेंगे पर जो सच है दिखाई पड़ रहा है। बालासाहेब और शिवसैनिक ही उनके सुरक्षा कवच है।
सरकार ने कहा आरोप हैं झूठे
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले और एनसीपी नेता पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसे सरकार की ओछी राजनीति बताया है। वहीं मुंबई पुलिस ने कल ही प्रेस नोट जारी कर कहा था कि ठाकरे परिवार की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है। सरकार की तरफ से मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे झूठे आरोप लगाकर राजनीति कर रहे हैं। बता दें कि वर्तमान में राज्य में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस है। राज्य में शिवसेना और भाजपा गंठबंधन की सरकार है।