मुंबई: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से हलचल नजर आने लगी है। मौजूदा सियासी हलचल की वजह अजित पवार हैं, जिनके भविष्य के बारे में सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक, सभी बयानबाजी कर रहे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने हाल ही में अजित पवार को सलाह दी थी कि राजनीतिक भागदौड़ के बीच उन्हें अपने काका शरद पवार का ख्याल रखना चाहिए। ठाकरे की इस सलाह पर एनसीपी नेता ने जो जवाब दिया, उसने कई नई अटकलों को जन्म दे दिया है।
‘जिस तरह राज ठाकरे ने अपने काका का ख्याल रखा...’
अजित पवार से जब राज ठाकरे की सलाह के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘ठीक है। जिस तरह राज ठाकरे ने अपने काका बालासाहेब ठाकरे का ख्याल रखा, मैं भी अपने काका का ख्याल रखूंगा।’ बता दें कि राज ठाकरे ने बाल ठाकरे की शिवसेना से नाता तोड़कर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की आधारशिला रखी थी। अजित पवार के इस जवाब को मौके पर मौजूद लोगों ने भले ही हंसी में उड़ा दिया है, लेकिन सियासी पंडितों के बीच इस बात की चर्चा जरूर हो रही है कि क्या अजित पवार भी राज ठाकरे की तरह अपने काका से अलग राह पकड़ेंगे।
‘अजित पवार की हर बात में कोई वजह होती है’
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने अजित पवार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘अजित पवार ने क्या सोचकर यह जवाब दिया, ये तो वही स्पष्ट कर सकते हैं। लेकिन उनकी हर बात में कोई वजह होती है।’ वहीं, सूबे में मुख्यमंत्री बदले जाने की चर्चाओं को लेकर सामंत ने कहा कि 2024 तक एकनाथ शिंदे ही सरकार का नेतृत्व करेंगे और अगले विधानसभा चुनाव में भी जो शिवसेना-BJP गठबंधन लड़ेगा, उसका भी चेहरा एकनाथ शिंदे ही होंगे। अजित पवार के भावी CM के कयास में कोई दम नहीं, लेकिन उनकी हर बात में गंभीरता होती है।’
‘पार्टी जो भी फैसला लेगी, मैं उससे सहमत हूं’
अजित पवार ने इससे पहले मंगलवार को दोहराया था कि वह अपने अंतिम क्षण तक NCP में बने रहेंगे। पवार का यह बयान ऐसे समय आया है जब उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर अटकलें जारी हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे बारे में कई तरह की अटकलें लगाई गईं और अफवाहें फैलाई गईं। बिना किसी कारण के मेरे चारों ओर संदेह का घेरा बना दिया गया, लेकिन किसी भी अफवाह में फंसे बिना मैं अपना काम जारी रखे हुए हूं। मैं आपको पहले ही बता चुका हूं कि मैं अपने आखिरी समय तक NCP में काम करता रहूंगा और मेरी पार्टी जो भी फैसला लेगी, मैं उससे सहमत हूं।’