मुंबई: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों के बीतने के बाद एक बार फिर सियासी खेल शुरू हो गया है। विधान परिषद चुनावों को लेकर कांग्रेस और शिवसेना UBT में विवाद काफी बढ़ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकरे से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मातोश्री से कोई जवाब कांग्रेस को नहीं मिल रहा है। इस सियासी घटनाक्रम के बाद से राज्य में अटकलों का दौर शुरू हो गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
क्यों बढ़ा विवाद?
दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा परिषद की 4 सीटों के लिए 26 जून को मतदान होने वाला है। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस की तरफ से प्रस्ताव दिया गया था कि MVA का कौन सा दल कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगा इसपर फैसला लेने के लिए बैठक का आयोजन किया जाए लेकिन ठाकरे ने बैठक के पहले ही विधान परिषद की चारों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांग्रेस विधान परिषद की 2 सीटें नासिक शिक्षक और कोंकण स्नातक सीट से चुनाव लड़ना चाहती है।
उद्धव फोन नहीं उठा रहे
आज सुबह से महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले उद्धव ठाकरे से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उद्धव ठाकरे की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। उद्धव ठाकरे नाना पटोले का फोन भी उठा नहीं रहें है। रोचक बात यह है कि आज दोपहर को अमरावती से कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद बलवंत वानखेड़े और पूर्व मंत्री यशोमती ठाकुर से उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर मुलाकात की है।
कांग्रेस क्या बोली?
उद्धव ठाकरे कांग्रेस के जूनियर नेताओं से मिल रहे हैं लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का फोन नहीं उठा रहे हैं। चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने का कल बुधवार को आखिरी दिन है। कांग्रेस का कहना है कि कल दोपहर 3 बजे तक इंतजार करेंगे, अगर जवाब आया तो ठीक वरना आगे का फैसला लिया जाएगा।
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