आमतौर पर हमेशा दो देशों या दो राज्यों की सीमा पर लड़ाई होती है क्योंकि लड़ाई जमीन और वर्चस्व की होती है। हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। महाराष्ट्र में एक परिवार ऐसा है, जिसके घर का एक हिस्सा महाराष्ट्र में और दूसरा हिस्सा तेलंगाना में पड़ता है। अब इस वजह से उन्हें दोनों राज्यों को टैक्स भरना पड़ता है। चंद्रपुर जिले के पवार परिवार में दो भाई हैं।
किचन तेलंगान और बेडरूम?
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, परिवार पिछले कई सालों से दोनों राज्यों को टैक्स चुका रहा है। हालांकि इन्हें दोनों राज्यों से लाभ भी मिलता है। साथ ही उनके पास दोनों राज्यों की गाड़ियां भी हैं। चंद्रपुर जिले के महाराजगुड़ा गांव में 10 कमरों का घर अजीबोगरीब तरीके से बंटा हुआ है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि चार कमरे तेलंगाना में हैं जबकि चार कमरे महाराष्ट्र में हैं। जबकि किचन तेलंगाना में और बेडरूम और हॉल महाराष्ट्र में हैं।
दोनों राज्यों को भरते हैं टैक्स
पवार परिवार में कुल 10 लोग हैं। इस बारे में परिवार के सदस्य उत्तम पवार ने कहा कि 'हमारा घर महाराष्ट्र और तेलंगाना के बीच बंटा हुआ है, लेकिन आज तक हमें इससे कोई दिक्कत नहीं हुई। हम दोनों राज्यों में संपत्ति कर का भुगतान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि दोनों राज्य भी योजनाओं का लाभ उठाते हैं'।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी विवाद
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद महाराष्ट्र और तेलंगाना सीमा से लगे 14 गांवों पर दावा करते रहे हैं। कोर्ट ने फैसले में गांवों को महाराष्ट्र के हवाले कर दिया था, लेकिन तेलंगाना के लोगों ने इस गांव पर अपना दावा करते आ रहे हैं। इनमें से एक गांव पवार का भी है।