महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के एक गांव में कुएं का दूषित पानी पीने से 93 लोग पेट के संक्रमण से ग्रस्त हो गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, यह मामला मुगांव टांडा गांव का है, जहां 107 मकान हैं और 440 लोग रहते हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी बालाजी शिंदे ने बताया कि 26 और 27 जून को 93 लोग पेट में दर्द और दस्त की शिकायत लेकर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
कुएं को किया गया बंद
उन्होंने बताया कि 56 मरीजों का मुगांव टांडा गांव में इलाज किया गया, जबकि 37 अन्य को पड़ोसी गांव मांजाराम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर दिया गया और इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। अधिकारी ने बताया कि गांव में डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई है। उन्होंने कहा, "हमने एक सर्वेक्षण किया और संक्रमण संभवत: एक कुएं के पानी से हुआ, जहां से ग्रामीणों को पानी की आपूर्ति की जाती है। कुएं को बंद कर दिया गया है और पास के जलशोधन संयंत्र से ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।"
त्रिपुरा में एक साथ 30 छात्राएं हुईं बीमार
बीते दिनों त्रिपुरा के एक हॉस्टल में भोजन करने के बाद 30 छात्राएं बीमार हो गई थीं। राज्य सरकार ने बोधजंग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और महारानी तुलसीबाटी स्कूल की छात्राओं के दूषित भोजन खाने से तबीयत बिगड़ने की घटना की जांच के आदेश दिए थे। दोनों सरकारी स्कूलों की छात्राएं इंदिरानगर क्षेत्र में एनजीओ द्वारा संचालित हॉस्टल में रहती थीं और अपने-अपने संस्थानों में जाने से पहले भोजन करती थीं।सबसे पहले दो लड़कियों ने पेट दर्द की शिकायत की और जल्द ही अन्य छात्राओं ने भी यही शिकायत की। छात्राओं को जी. बी. पी. अस्पताल ले जाया गया और हॉस्टल से जांच के लिए भोजन के सैंपल लिए गए। (भाषा)
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