पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में टूट का असर पवार परिवार के दिवाली समारोह पर भी पड़ा है और पहली बार शरद पवार तथा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे जिले में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। अजित पवार ने X पर एक पोस्ट में कहा कि वह शनिवार शाम 6:30 बजे बारामती में अपने पैतृक गांव काटेवाड़ी में दिवाली पाडवा (पर्व) उत्सव का आयोजन करेंगे, जहां वह राकांपा पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार का दिवाली उत्सव उनके गोविंदबाग आवास के आसपास केंद्रित रहेगा, जहां परिवार के सदस्य, पार्टी पदाधिकारी और मित्र दिवाली के अवसर पर वर्षों से एकत्र होते रहे हैं।
क्या बोलीं सुप्रिया सुले?
इस मुद्दे पर, शरद पवार की बेटी और बारामती से लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें उपमुख्यमंत्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम के बारे में जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि गोविंदबाग में आयोजित समारोह का हर किसी को इंतजार रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि राज्य भर से लोग पवार साहब को बधाई देने आते हैं, इसलिए हम इस खुशी के दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।’’
चुनाव से पहले दिवाली का जश्न
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, दिवाली का जश्न मनाया जा रहा है, जिसमें बारामती में अजित पवार और उनके भतीजे और एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार युगेंद्र पवार के बीच एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। इस साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान बारामती में, पवार परिवार एक बार फिर दलगत आधार पर विभाजित हो गया था। अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार मौजूदा सांसद सुले के खिलाफ मैदान में उतरी थीं।
20 नवंबर को वोटिंग, 23 नवंबर को नतीजे
पिछले साल जुलाई में अजित पवार और आठ विधायकों के एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी टूट गई थी। निर्वाचन आयोग ने बाद में उपमुख्यमंत्री के खेमे को असली एनसीपी के रूप में मान्यता दी और इसे 'घड़ी' चिह्न आवंटित किया, जबकि शरद पवार खेमे को एनसीपी (एसपी) नाम दिया गया और इसका चिह्न ‘तुरही बजाता व्यक्ति' आवंटित किया गया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होना है, जबकि परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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