महाराष्ट्र से समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने दावा किया है कि देश में हजारों ऐसे बच्चे हैं जो कि मदरसों से पढ़ कर IAS बने हैं। सरकार द्वारा मुस्लिमों के फंड को बढ़ाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए अबू आजमी ने शरीयत कानून, मुस्लिम आरक्षण समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मुस्लिमों को देश में सुरक्षा प्रदान की जाए। आइए जानते हैं पूरा मामला।
आरक्षण और सुरक्षा की मांग
अबू आजमी ने कहा कि मुस्लिम बंधुआ मजदूर नही है, कोई भी पार्टी हो हम रिजर्वेशन चाहते है। आजमी ने कहा कि मराठा भाईयो को आरक्षण मिले लेकिन मुस्लिम आरक्षण पर सोचे। अगर वो भी नही तो हमारी वक्फ बोर्ड की जमीनें हमे लौटा दे उससे हम अस्पताल खोल सकते है उससे बच्चो को हम आगे बढ़ा सकते है। अबु आजमी ने कहा कि देश में लोकतंत्र रहे और और किसी के साथ धर्म के नाम पर ज्यादती न हो वो बस यही चाहते हैं। हम 10 साल और भूखे रह सकते है लेकिन हम इंसाफ चाहिए ।
मदरसे पढ़कर भी IAS बनते हैं
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने कहा है कि फंड को 30 करोड़ से 500 करोड़ किया गया है । लेकिन शर्त यह है की 500 करोड़ पूरा खर्च हो। उन्होंने कहा कि मदरसे में अरबी भी सीखनी शुरू करनी चाहिए, हजारों ऐसे बच्चे है जो मदरसे में पढ़कर भी IAS बने है। मदरसा में इंसानियत सिखाई जाती है, हिंदू मुस्लिम भाईचारा सिखाया जाता है ।
हमारा संविधान 1400 साल पहले बना- आजमी
अबू आजमी ने कहा कि मदरसे में कोई हस्तक्षेप नही होना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मदरसों में इंग्लिश, साइंस सब सिखाए जाते हैं। इसलिए सरकार को तो मदरसों की तारीफ करनी चाहिए। आजमी ने कहा कि हमारे धर्म का संविधान 1400 साल पहले बना है, उसमे बदलाव नहीं हो सकता। सरकार आती-जाती है, देश के संविधान में बदलाव हो सकता है लेकिन हमारे कानून से कोई छेड़छाड़ नही होनी चाहिए।
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