मुंबई: महाराष्ट्र में वोटिंग का काउंटडाउन शुरू हो चुका है लेकिन MVA के नेता मौलानओं के सामने अब भी अर्जी लगाते हुए नजर आ रहे हैं। नया मामला समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी का है। मानखुर्द शिवाजीनगर से चुनाव लड़ रहे सपा नेता अबू आजमी का मुफ्ती सलमान अजहरी के साथ मुलाकात का वीडियो सामने आया है। ये वही मुफ्ती सलमान अजहरी हैं, जिन्हें इसी साल फरवरी में गुजरात पुलिस ने हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में गिरफ्तार किया था। अब चुनाव से पहले मुस्लिम वोट के लिए सपा नेता अबू आजमी ने हिंदुओं के खिलाफ हेट स्पीच देने के आरोपी मुफ्ती सलमान अजहरी से मुलाकात की है।
मुफ्ती सलमान ने अबू आजमी से क्या कहा?
मुलाकात के दौरान अबू आजमी ने सलमान अजहरी से चुनाव में जीत की दुआ मांगी। अजहरी ने कहा कि खुदा आपको कामयाबी दे। उन्होंने कहा कि नेताओं से उनका ताल्लुक कम है लेकिन वह चाहते हैं कि अगर आजमी जीत कर आते हैं तो रसूल की शान बनी रहे, कोई बेअदबी न करे। वहीं, आजमी ने भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे को उठाएंगे और किसी भी धर्म के बड़े धर्मगुरु या ईश्वर के खिलाफ बोलने के मामले में कठोर कानून बने, इसके लिए वह प्रयास करेंगे।
मुफ्ती से मुलाकात के बाद क्या बोले आजमी?
मुफ्ती अजहरी से मुलाकात के बाद 'वोट जिहाद' के बीजेपी के आरोपों पर अबू आजमी ने कहा, 'ये कोई वोट जिहाद नहीं है। बिना बात के मुफ्ती अजहरी को जेल में बंद कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने बेल दिया है। उनके लोग कह रहे हैं कि मस्जिद के लाउडस्पीकर उतार देंगे, हम जीत कर आएंगे तो कॉमन सिविल कोड लागू कर देंगे। इसलिए मैंने कहा कि हमें होशियार रहना चाहिए। धर्म के नाम पर वोट मांगेने का काम BJP का है। उनका यही धंधा है। BJP तो साफ कहती है कि हमें मुसलमानों का वोट नहीं चाहिए।'
'अजहरी का गजवा-ए-हिंद वाला वीडियो फेक'
अबू आजमी ने कहा, 'सलमान धर्मगुरुओं को आगे किया जा रहा है क्योंकि महायुति देश के संविधान के खिलाफ है। वे अलगाववाद की बात करते हैं। वे कहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे। गजवा-ए-हिंद का सलमान अजहरी का वीडियो फेक है। वह ऐसा बोल ही नहीं सकते। उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। हम अपने कौम के लोगों से बात कर रहे हैं, इसमें क्या गलत है। उद्धव ठाकरे के हिंदू उम्मीदवारों को भी मुसलमानों ने जिताया।'
मुलाकात से महाराष्ट्र की सियासत में मचा बवाल
सपा नेता की मुफ्ती से हुई मुलाकात पर महाराष्ट्र की सियासत में बवाल मच गया है। बीजेपी ने इस मुलाकात को लेकर सवाल उठाए हैं और इसे वोट जिहाद से जोड़कर देख रही है। इससे पहले शरद पवार गुट के उम्मीदवार फहद अहम ने मौलाना सज्जाद नोमानी से मुलाकात की थी। वहीं कुछ दिन पहले डिंडोशी से उद्धव गुट के उम्मीदवार सुनील प्रभु ने मस्जिद में जाकर मौलानाओं से मीटिंग की थी, और मौलानाओं ने MVA के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। बता दें कि बीजेपी इन चुनावों में 'वोट जिहाद' के मुद्दे को बढ़-चढ़कर उठा रही है और विपक्ष पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगा रही है।