इजराल-हमास युद्ध में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने हमास और हिजबुल्लाह का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह भी अब युद्ध में कूदा है, यह अच्छी बात है। हिजबुल्लाह की तरह बाक़ी संगठनों और देशों को भी फ़िलिस्तीन का साथ देना चाहिए। हिज़्बुल्लाह ने हमास का समर्थन किया है, क्योंकि हमास फ़िलिस्तीन के लोगों के लिए इज़रायल के ख़िलाफ़ लड़ रहा है। आजमी ने कहा कि हिजबुलाह जो कर रहा सही है ।
उन्होंने कहा कि हमास और हिज़बुल्लाब आतंकी संगठन नहीं, बल्कि इज़रायल है। क्योंकि इज़रायल रोज़ आतंक मचाता रहा है और फ़िलिस्तीनियों पर जुल्म बरपाता रहा है। भारत अमेरिका बाक़ी देशों को भी फ़िलिस्तीन के लोगों के लिए इज़रायल के विरोध में खड़े रहना चाहिए।
महाराष्ट्र में मुस्लिमों के लिए मांगा आरक्षण
सपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठों को आरक्षण देने के लिए सरकार क़दम उठा रही है। हमारी माँग है कि मुस्लिमों को भी आरक्षण मिलना चाहिए। मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर मैं सोमवार को मुंबई में साइकिल रैली मोर्चा निकालूँगा, लेकिन सरकार और पुलिस मेरे मोर्चे को अनुमति नहीं दे रही है। चाहे अनुमति मिले ना मिले हम सड़कों पर उतरेंगे। चाहे मुझे सरकार जेल में डाल दे। हिंदू संगठन जब चाहें मोर्चा निकाल सकते हैं। मगर मुसलमान अपने हक़ की आवाज़ भी नहीं उठा सकता, ये कौन सा इंसाफ़ है?
मुस्लिमों को आरक्षण कोई नहीं चाहता
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को आरक्षण कांग्रेस सरकार ने दिया था। उद्धव ठाकरे सरकार में भी मैंने आरक्षण की माँग उठायी थी, लेकिन कांग्रेस हो या BJP...कोई मुस्लिमों को आरक्षण नहीं दे रहा। BJP धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देने की बात करती है। BJP आरक्षण नहीं देना चाहती, क्योंकि वह मुस्लिम विरोध कर हिंदू वोट बैंक को ख़ुश करना चाहती है। इसलिए मुसलमानों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा। मुसलमानों के ऊपर ज़ुल्म अत्याचार किए जा रहे हैं।
अयोध्या को लेकर कही ये बात
आयोध्या में कुछ लोग मोहम्मद बिन अब्दुल्ला नाम से मस्जिद बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन मेरी तमाम हिन्दुस्तान के मुसलमानों से अपील है कि इस मस्जिद के लिए कोई भी चंदा न दें। क्योंकि कुछ बिचौलिये लोग यह मस्जिद की बात कर रहे हैं। हमारे लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और बाक़ी जमाते सामने आए वह मजीद पर जो फ़ैसला करेंगे, हम उसको मानेंगे। कोई भी उठकर मज़ीद नहीं बना सकता है। एमवीए के नेता एल्विश यादव को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जानबूझकर एल्विश यादव् के साथ फ़ोटो नहीं खींचेंगे। उन्हें मालूम भी नहीं होगा कि यह ड्रग्स मामले में लिप्त हैय़ इसलिए मुख्यमंत्री को दोष देना सही नहीं है।