पुणे: महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। देहू रोड थाने की पुलिस ने नकली नोट छापने वाले कारखाने पर छापेमारी की। पुलिस की छापेमारी में भारतीय नोटों की तरह ही दिखने वाले 500 रूपयों के जाली नोट छापने वाली मशीन भी पकड़ी गई है। वहीं इस छापेमारी में इस वारदात से जुड़े 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। फिलहाल पुलिस इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है।
पहले पकड़ा गया एक संदिग्ध
जानकारी के अनुसार देहू रोड थाने के पुलिस कर्मचारी किशोर परदेसी को इस बारे में सूचना मिली थी कि मुकाई चौक परिसर में ऋतीक चंद्रमणी खडसे नाम का एक व्यक्ति जाली नोटों को वितरित करने के लिए आने वाला है। इसके बाद पुलिस की टीम ने पूरी तैयारी के साथ उस संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया। वहीं पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसके पास से 500 रूपयों के नोटों का बंडल मिला। खुद को बुरी तरह से फंसता हुआ देखकर आरोपी ने पुलिस को पूरी जानकारी दे दी।
पुलिस ने ठिकाने पर की छापेमारी
इसके बाद पुलिस ने भोसरी इलाके के मैगजीन चौक स्थित एक कारखाने पर छापेमारी की। इस वारदात में शामिल अन्य पांच लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटनास्थल से एक प्रिंटिंग मशीन भी बरामद कर ली है। इस प्रिंटिंग मशीन की मदद से ये गिरोह अपना यह गोरखधंधा चलाते थे। जांच के दौरान इन सभी अपराधियों ने पुलिस के सामने यह भी कबूल किया कि उन्होंने नोटों की छपाई के लिए alibaba.com नाम की वेबसाइट से कागज मंगाया था, जो उन्हें चाइना से भेजा गया था।
कई मामलों पर अभी जांच बाकी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसीपी देवीदास काशीनाथ घेवरे ने बताया कि सूरज श्रीराम यादव (41), आकाश युवराज दंगेकर (22), सुयोग दिनकर साळुंखे (33), तेजस वासुदेव बल्लाळ (19), प्रणव सुनील गव्हाणे (30) को गिरफ्तार किया है। वहीं फर्जी तरीके से जाली नोटों की छपाई करके उसे कहां भेजना था, इस बारे में पुलिस अभी जांच पड़ताल कर रही है। आशंका ये भी जताई जा रही है कि आरोपियों ने किसी वेब सीरीज से प्रेरित होकर इस वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। फिलहाल पुलिस सभी मामलों की जांच कर रही है।
(पुणे से जैद मेमन की रिपोर्ट)
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