Friday, November 22, 2024
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मुंबई: सिद्धिविनायक मंदिर में हर घंटे 100 भक्तों को मिलेगी एंट्री, दिन 1000 भक्त ही कर सकेंगे दर्शन

मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में भक्तों के दर्शन को लेकर मंदिर ट्रस्ट ने प्लान तैयार किया है। यहां सिद्धिविनायक मंदिर में हर घंटे सौ भक्तों को आने की अनुमति होगी।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: November 15, 2020 17:35 IST
मुंबई: सिद्धिविनायक मंदिर में हर घंटे 100 भक्तों को मिलेगी एंट्री, दिन 1000 भक्त ही कर सकेंगे दर्शन- India TV Hindi
Image Source : PTI/FILE मुंबई: सिद्धिविनायक मंदिर में हर घंटे 100 भक्तों को मिलेगी एंट्री, दिन 1000 भक्त ही कर सकेंगे दर्शन

मुंबई: मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में भक्तों के दर्शन को लेकर मंदिर ट्रस्ट ने प्लान तैयार किया है। यहां सिद्धिविनायक मंदिर में हर घंटे सौ भक्तों को आने की अनुमति होगी। श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आदेश बांदेकर ने रविवार को इसके संबंध में जानकारी दी।

आदेश बांदेकर ने कहा, "हर घंटे सौ भक्तों को मंदिर आने की अनुमति होगी। हर दिन 1000 भक्त ही दर्शन कर सकते हैं। दर्शन से पहले भक्तों को मंदिर का ऐप डाउनलोड करना होगा और उसमें सभी आवश्यक जानकारी भरनी होगी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सोमवार से सभी धार्मिक स्थल खुलेंगे। 

दिवाली के दिन उद्धव सरकार ने ये बड़ा फैसला किया है। पूर्व में तमाम राजनीतिक विरोध के बावजूद धर्मस्थलों को ना खोलने वाली उद्धव सरकार ने अब सभी धार्मिक स्थलों को सोमवार से खोलने की इजाजत दे दी है। इसके अलावा सरकार ने यह भी कहा है कि वह राज्य में स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है। 

सरकार ने इस दौरान कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन की एडवाइजरी जारी की है। सीएम उद्धव ने कहा, "हम सभी एहतियाती कदम उठाते हुए दिवाली बाद स्‍कूल फिर से खोलेन पर विचार कर रहे हैं। धार्मिक स्‍थलों को भी खोलने की मंजूरी दी जाएगी। सोमवार से सभी धर्मस्थल खोले जा रहे हैं।"

राज्य में धार्मिक स्थलों को दोबारा खोले जाने पर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत का भी रविवार को बयान आया। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को पुन: खोलने का राज्य सरकार का फैसला किसी की जीत या हार नहीं है। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पूजा स्थलों को फिर से खोलने का श्रेय लेने का कोई सवाल नहीं उठता।

उन्होंने कहा, "श्रेय लेने की कोई जरूरत नहीं है। भगवान की इच्छा थी कि लोग घरों में रहें और अब भगवान की इच्छा है कि पूजा स्थानों को सावधानियों के साथ पुन: खोला जाए।’’ मंदिरों को पुन: खोलने को भाजपा द्वारा हिंदुत्व की विजय कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि केवल मंदिर नहीं, सभी धर्मों के उपासना स्थल खुलेंगे। 

उन्होंने कहा, ‘‘यह किसी की जीत या हार नहीं है।’’ शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर उपासना स्थलों को बंद किया गया था। बता दें कि पूर्व में तमाम राजनीतिक विरोध के बावजूद धर्मस्थलों को ना खोलने वाली उद्धव सरकार ने अब सभी धार्मिक स्थलों को सोमवार से खोलने की इजाजत दे दी है। 

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