![सिद्धिविनायक मंदिर](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
मुंबईः मुंबई के सिद्धिविनायक गणपति मंदिर की प्रबंधन समिति ने मंगलवार को मंदिर में आने वाले सभी भक्तों के लिए एक ड्रेस कोड लागू करने की घोषणा की। प्रबंधन समिति ने एक बयान जारी कर कहा कि श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर में आने वाले भक्तों को ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जो शालीनता बनाए रखें और पवित्रता का सम्मान करें। मंदिर में अनुचित पोशाक, जैसे कट-ऑफ जींस, स्कर्ट, खुले कपड़े या शॅार्ट कपड़े पहनने वालों को भगवान गणपति के दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस वजह से लिया गया फैसला
मंदिर ट्रस्ट ने यह फैसला पवित्र स्थान की पवित्रता और मर्यादा को संरक्षित करने के उद्देश्य से दिशानिर्देश लागू करने का निर्णय लिया है। मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि शॅार्ट कपडे़ पहनने पर मंदिर परिवार में जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
स्त्री और पुरुष दोनों के लिए लागू होगा ड्रेस कोड
एक आधिकारिक बयान में, सिद्धिविनायक श्राइन ट्रस्ट ने घोषणा की कि केवल पारंपरिक भारतीय पोशाक या पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनने वाले आगंतुकों को ही दर्शन के लिए प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। नई नीति सभी आगंतुकों के आराम और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के अनुरूप शालीन कपड़े पहनने के महत्व पर जोर देती है।
यहां पढ़ें ट्रस्ट की तरफ से जारी पूरी गाइडलाइन
पुरुषों और महिलाओं दोनों को पारंपरिक ड्रेस कोड का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जो देश भर के अन्य प्रमुख मंदिरों, खासकर दक्षिण भारत में समान नियमों के अनुरूप है। कुछ मंदिरों में, अनुचित पोशाक में आने वाले आगंतुकों को शॉल, स्कार्फ या धोती प्रदान की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे मंदिर में प्रवेश करने से पहले पोशाक की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
श्री विट्ठल रुक्मिणी भगवान मंदिर में दर्शन कर सकेंगे नव विवाहित जोड़े
उधर, महाराष्ट्र के पंढरपुर के श्री विट्ठल रुक्मिणी भगवान मंदिर में नव विवाहित जोड़ों को अब सीधे प्रवेश मिलेगा। जोड़े अब डायरेक्ट दर्शन कर सकेंगे। यह जानकारी मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई है।