महाराष्ट्र विधान परिषद के विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने प्रफुल पटेल के संबंध में महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक खत लिखा है। अंबादास दानवे ने बताया कि जिस तरीके से नवाब मलिक पर आरोप लगा है कि दाऊद से उनके संबंध हैं, वैसे ही प्रफुल पटेल पर इकबाल मिर्ची से संबंध होने का आरोप लगा है। इसमें सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। इस खत में अंबादास दानवे लिखा कि विधानसभा सदस्य नवाब मलिक पर आपकी जो भावना है, उसको जानकर आनंद हुआ। नवाब मालिक के देशद्रोहियों से संबंध हैं। इसलिए आपने अजीत पवार को पत्र लिखकर इसका विरोध किया है। आपके अंदर नैतिकता है, राष्ट्रवाद है यह इस बात से पता चलता है, पर अजित पवार गुट में ही उनके राष्ट्रीय स्तर के नेता प्रफुल पटेल भी हैं।
महाराष्ट्र में जुबानी जंग
उन्होंने आगे लिखा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जब गोंदिया एयरपोर्ट पर उतरते हैं तो प्रफुल्ल पटेल दौड़कर उनका स्वागत करने पहुंचते हैं। वहीं इस पत्र और विपक्ष को जवाब देते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जिसको कोई सलाह देने की जरूरत नहीं है, वह भी सलाह दे रहे हैं। वह अपनी पार्टी चलाएं यही जरूरी है। सलाह आपस में एक दूसरे को दें और पार्टी को जीतने का प्रयत्न करें। फालतू में दूसरों को सलाह देने की क्या जरूरत है। छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश मे यह सिद्ध हो चुका है कि कांग्रेस पार्टी मुकाबला करने की क्षमता नहीं रखती है। लोकसभा चुनाव 2024 में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है।
नवाब मलिक के मामले में बनाया जा रहा माहौल
उन्होंने जवाब देते हुए कहा, पिछले 3 दिसंबर की रिजल्ट के बाद से हमारे विरोधी काफी निराश हैं। मैं सदन में देखकर आ रहा हूं कि वहां पर क्या माहौल है। अभी पार्लियामेंट व्यवस्थित चल रही है। सदन शांत चल रहा है, यहां पर कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन नवाब भाई का मुद्दा लेकर वातावरण निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है। एकनाथ जी, अजीत पवार जी, देवेंद्र जी मिलकर महाराष्ट्र में नेतृत्व भी करेंगे और सरकार भी चलाएंगे। लोगों के हित में किसानों के हित में हम काम करेंगे और फिर से विजय प्राप्त करेंगे।