महाराष्ट्र में शिवसैनिकों को जिस पल का इंतजार साल भर होता है, वह आ ही गया। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को आजाद मैदान में दशहरा रैली को संबोधित किया। भगवा रंग में शिवसैनिकों की बड़ी भीड़ रैली का हिस्सा बनने के लिए आई थी। सीएम एकनाथ शिंदे ने रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे और कांग्रेस को जमकर निशाने पर लिया। आइए जानते हैं शिवसेना की दशहरा रैली की प्रमुख बातें।
ये लोग कांग्रेस के जूते उठा रहे
दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के गठजोड़ पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस को बालासाहब ने लताड़ा, उनके भ्रष्टाचार पर हमला बोला, सावरकर का अपमान करने वाले मणिशंकर को जुते मारे, आज ये लोग उसी कांग्रेस के जूते उठा रहे हैं। शिंदे ने कहा कि बाल ठाकरे के हिंदुत्व का विचार लेकर हम आगे जा रहे हैं। शिंदे ने कहा कि मैंने हिंदुत्व के लिए मतदान हक गवाया, विधायकी चली गई लेकिन कभी गठजोड़ नही किया।
कहां बालासाहब के विचार और कहां ये...
एकनाथ शिंदे ने उद्धव की ओर निशाना साधते हुए कहा- 'कहां बालासाहब के विचार और कहां आज इनकी सत्ता की लाचारी। बालासाहब ने दशहरा रैली में ही गर्व से कहो हम हिंदू है का नारा दिया था। उस शिवाजी पार्क पर अब ये लोग गर्व से कहो हम समाजवादी, गर्व से कहो हम कांग्रेसी बोल रहे हैं। जिस समाजवादी ने कारसेवकों पर गोलिया चलाई ये उसके साथ हैं। सत्ता के लिए ये ओवैसी से भी गठबंधन कर सकते हैं, आगे ये लोग हमास से मिलेंगे, हिजबुल्ला से मिलेंगे, सत्ता के लिए मुजाहिद्दीन से मिलेंगे।'
असली गद्दार
सीएम शिंदे ने कहा कि असली गद्दार और खोके बाज ये लोग हैं। इन लोगों ने शिवाजी महाराज के बाघ नखों पर शक जताया उनके वीरता पर शक जताया। उद्धव सेना ने शिवाजी महाराज का आदर्श छोड़ अब अफजल खान को सामने रखा है। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A के दस सिर वाले रावण का दहन देश की जनता करेगी। इनमें कोई तालमेत नहीं है इसलिए पीएम मोदी पर विश्वास रखें। 2019 में भी वही आए थे और 2024 में भी मोदी ही पीएम बनेंगे।
शिवसैनिक को सीएम नहीं बनाया
शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया कि उद्धव ने एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री नही बनाया खुद सीएम बन गए। उद्धव ठाकरे ने शरद पवार के पास दो नेताओ को भेजा और खुद को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही। उद्धव के एक चेहरे के पीछे कई चेहरे छिपे हैं, जो लोग उनके साथ है वो सचेत रहें। शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार पहले से ज्यादा मजबूत है, विकास के मुद्दे पर अजीत पवार के हमारे साथ आने के बाद इस समय सरकार के पास 210 विधायक हैं।
मराठा आरक्षण का वादा
एकनाथ शिंदे ने राज्य में जारी मराठा आरक्षण के मुद्दे पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं भी मराठा हूं, क्यूरेटीव पेटीशन दायर की है। मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की सौगंध लेता हूं कि किसी पर अन्याय किए बिना मैं आरक्षण दूंगा। मेरे शरीर में रक्त की आखिरी बूंद होने तक मैं आरक्षण के लिये लड़ूंगा। मेरी विनती है की कोई आत्महत्या न करे , मुझे जनता से ज्यादा मुख्यमंत्री पद प्यारा नहीं है। शिंदे ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में 45 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुचाएं। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव में भी महायुती का भगवा लहराएगा।
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