Highlights
- शिवसेना के चुनाव चिह्न ‘तीर-धनुष’ पर शिंदे गुट का दावा
- EC ने ठाकरे को 8 अक्टूबर दोपहर 2 बजे तक जवाब देने को कहा
- चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों से 7 अक्टूबर को दस्तावेज जमा करने को कहा था
ShivSena: निर्वाचन आयोग (EC) ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे को राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर पार्टी के ‘तीर धनुष’ चिह्न पर शनिवार दोपहर 2 बजे तक जवाब देने को कहा है। ठाकरे के प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे खेमे ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह 'तीर-धनुष' पर अपना दावा पेश कर दिया है। अब EC ने शिंदे के किए गए दावे पर शनिवार तक ठाकरे को जवाब देने को कहा है। ठाकरे खेमे को आयोग का निर्देश शुक्रवार को आया, जब शिंदे खेमा ने एक ज्ञापन सौंपकर अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के नजदीक होने के मद्देनजर ‘तीर धनुष’ चुनाव चिह्न आवंटित करने की मांग की। आयोग ने ठाकरे को लिखे एक पत्र में उनसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ आठ अक्टूबर को दोपहर दो बजे तक जवाब देने को कहा है। साथ में यह भी कहा है कि अगर ठाकरे के पक्ष से कोई जवाब नहीं आता है तो आयोग इस मामले पर उचित कार्रवाई करेगा।
EC ने ठाकरे को लेटर जारी कर दोपहर दो बजे तक जवाब मांगा
चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों से 7 अक्टूबर को दस्तावेज जमा करने को कहा था। शिंदे ने आयोग को दस्तावेज सौंपकर चुनाव चिन्ह पर अपना दावा पेश कर दिया है। लेकिन ठाकरे की तरफ से अभी कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है। EC ने ठाकरे को लेटर जारी कर कहा है कि एकनाथ शिंदे ने पार्टी का चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को आवंटित करने की मांग की है। इस संबंध में एक प्रति आपको ईमेल के जरिए पहले भी दी जा चुकी है। लेकिन आपकी ओर से अभी तक कोई भी जवाब नहीं मिला है। वहीं, अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए नॉमिनेशन भी किया जाना है। EC ने उद्धव ठाकरे से कहा है कि आप अपने दस्तावेजों के साथ 8 अक्टूबर दोपहर 2 बजे तक जवाब पेश करें और अगर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं आता है तो आयोग इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा। 27 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को यह तय करने का निर्देश दिया था कि महाराष्ट्र में असली शिवसेना की बागडोर किसकी हाथों में होगी एकनाथ शिंदे की या उद्धव ठाकरे की।
अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में ठाकरे गुट ने उतारा प्रत्याशी
एकनाथ शिंदे गुट अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव से पहले शिवसेना के ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिह्न पर दावा किया है। इस कदम को उद्धव ठाकरे गुट को 'धनुष और तीर' के चुनाव चिन्ह से अलग रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। कारण, ठाकरे गुट ने 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए विधायक रमेश लटके की विधवा रुतुजा लटके को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
उपचुनाव में कांग्रेस और एनसीपी उद्धव गुट को देंगे समर्थन
लोकसभा में शिवसेना के शिंदे गुट के नेता राहुल शेवाले ने कहा, 'हम पार्टी के चुनाव चिह्न के संबंध में शुक्रवार को चुनाव आयोग के साथ बैठक करने जा रहे हैं।' शिंदे गुट की सहयोगी भाजपा ने रमेश लटके के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम में पार्षद मुरजी पटेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है। कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना के ठाकरे गुट के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है।
दशहरा रैली में दोनों गुटों ने एकदूसरे पर जमकर लगाए थे आरोप
शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद दशहरे पर आयोजित दोनों गुटों की रैली में शिंदे और उद्धव ने एकदूसरे पर जमकर आरोप लगाए थे। महाराष्ट्र के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के दौरान मंच से शिवसेना नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना छोड़कर बीजेपी के साथ जाने वाले एकनाथ शिंदे को जहां कटप्पा कहा तो वहीं, बीजेपी में शामिल होने वाले महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नारायण राणे को मुर्गी चोर तक कह दिया था। वहीं जवाब में एकनाथ शिंदे ने कहा कि कटप्पा भी स्वाभिमानी था, लेकिन आप तो दोगले निकले, बीजेपी की बजाय कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई, उस कांग्रेस के साथ, जिनसे कभी बाला साहेब ने गठजोड़ नहीं रखा।